जिले में बाढ़ से त्राहिमाम... कलेक्‍टर का डांस वीडियोे हुआ वायरल तो मचा बवाल, अब दी यह सफाई

जिले में बाढ़ से त्राहिमाम... कलेक्‍टर का डांस वीडियोे हुआ वायरल तो मचा बवाल, अब दी यह सफाई

धाराशिव जिले में बाढ़ संकट के बीच कलेक्टर कीर्ति किरण पुजार का डांस वीडियो वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया. किसानों ने इसे असंवेदनशील बताया और विरोध प्रदर्शन किया. अब इस पर कलेक्टर ने सफाई दी है.

Dharashiv Collector Keerthi Kiran PujarDharashiv Collector Keerthi Kiran Pujar
क‍िसान तक
  • Dharashiv,
  • Sep 27, 2025,
  • Updated Sep 27, 2025, 3:45 PM IST

पिछले सात दिन से धाराशिव जिले में अतिवृष्टि के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं. परंडा, भूम, कलंब समेत कई क्षेत्रों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. किसान और नागरिक गंभीर संकट में हैं. कुछ दिन पहले सितंबर को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लातूर और सोलापुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया था. वहीं, राज्य के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने भी धाराशिव के भूम, वाशी और अन्य स्थानों का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया था. लेकिन, अब धाराशिव जिले के कलेक्टर कीर्ति‍ किरण पुजार का एक डांस वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे किसानों से जोड़कर देखा जा रहा है. मामला ज्‍यादा बढ़ने पर खुद कलेक्‍टर ने प्रेस बयान जारी कर सफाई दी है.

कलेक्‍टर का व्‍यवहार असंवेदनशील: किसान

दरअसल, कलेक्‍टर कीर्ति किरण ने तुलजापुर में आयोजित शारदीय नवरात्र महोत्सव में उप जिलाधिकारी शोभा जाधव और कलाकारों के साथ नृत्य किया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. वहीं, जिले में किसान और नागरिक संकट में होने के बावजूद कलेक्टर का यह व्यवहार ‘असंवेदनशील’ माना जा रहा है. इसे लेकर लोग नाराजगी जता रहे हैं. कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कलेक्टर की आलोचना की.

लोगों ने कहा कि आपत्ति‍ व्यवस्थापन के अधिकारी खुद है, उन्हें किसानों को सहारा देने का आह्वान किया है. बता दें कि धाराशिव जिले के परंडा, भूम, कलंब क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है और किसान भोजन और पानी के बिना कठिन परिस्थिति में जीवन यापन कर रहे हैं. प्रशासन से इस संकट पर तुरंत कार्रवाई की मांग की जा रही है.

सांसद ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

इस पर सांसद ओमराजे निंबालकर ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी.  उन्‍होंने कहा, “कलेक्टर को चाहिए था कि वह किसानों से मिलकर उनके आंसू पोंछे, लेकिन नृत्य जैसा व्यवहार करना दुर्भाग्यपूर्ण है, जो कुछ कलेक्टर की तरफ से हुआ है. वह निंदनीय और असंवेदनशील है.” उन्‍होंने आगे कहा कि हमने अपने धाराशिव जिले की बाढ़ स्थिति देखी है, उसकी भयावहता समझी है और हुई हानि का वर्णन सिर्फ पैसाें से नहीं किया जा सकता.

किसान संकट में हैं, कई किसान आत्महत्या कर रहे हैं. ऐसे समय में प्रशासनिक प्रमुख को संवेदनशील होना चाहिए. इस महोत्सव को रद्द कर देना चाहिए और इस पर खर्च किए गए पैसे बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद में लगाने चाहिए. कलेक्टर का पूरा समय बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद के लिए होना चाहिए. अगर आपके घर में कोई व्यक्ति मरा हो तो क्या आप उत्सव कर सकते हैं? यह प्रश्न कलेक्टर की संवेदनहीनता पर उठता है.

कलेक्टर कार्यालय में किसानों का विरोध 

कलेक्टर के डांस को लेकर किसानों में गुस्‍सा देखने को मिला, जिसके विरोध में कुछ किसान प्रतीकात्मक कुर्सी पूजन के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.इस दौरान किसानों और पुलिस में जोरदार धक्का-मुक्की हुई, जिससे कार्यालय परिसर में तनावपूर्ण माहौल बन गया. आंदोलनकर्ता अमोल जाधव ने कहा, “कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित किसानों पर ध्यान देने के बजाय महोत्सव में नृत्य किया, यह किसानों का अपमान है. इसके विरोध में हमने आंदोलन किया है.”

कलेक्‍टर ने डांस विवाद पर दी सफाई

वहीं, मामले को बढ़ता देख कलेक्टर कीर्ति‍ किरण पुजार ने प्रेस बयान जारी कर पूरे घटनाक्रम पर सफाई दी है. उन्‍होंने प्रेस बयान में कहा, “सांस्कृतिक महोत्सव में मंच पर कलाकारों ने मंदिर समिति अध्यक्ष के नाते मुझसे आग्रह किया कि मैं मंच पर आकर ‘तुळजाभवानी देवी’ के स्तवन पर ठेका धारण करूं. आई तुळजाभवानी देवी के स्तवन में कोई भी तल्लीन हो जाता है. कलेक्टर होते हुए भी मैंने एक भाविक भक्त के नाते कलाकारों को प्रोत्साहन दिया. अगर मेरी इस कृति से किसी की भावनाएं आहत हुईं या किसी को बुरा लगा हो तो मैं व्यक्तिगत रूप से उसके लिए क्षमा प्रकट करता हूं.” (गणेश जाधव की र‍िपोर्ट)

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