महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को झटके लगे हैं. दरअसल दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. सीएनजी के दाम आज सुबह से बढ़ाए गए हैं. इन शहरों में 1 रुपये प्रति किलों की बढ़ोतरी हुई है. पिछले 20 दिनों में कीमत में यह दूसरी बार उछाल आया है. इससे पहले 23 नवंबर को भी 1 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई थी. इससे पहले गुरुवार को थोक महंगाई का आंकड़ा जारी किया गया. सरकार की ओर से जारी इस आंकड़े में बताया गया कि नवंबर महीने में थोक महंगाई में आठ महीने बाद बड़ी तेजी देखी जा रही है. उससे पहले खुदरा महंगाई का आंकड़ा आया था जिसमें पता चला कि कई चीजों की महंगाई नवंबर महीने में बढ़ी है.
दिल्ली एनसीआर में सीएनजी में गुरुवार सुबह से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में CNG की कीमतों में 1 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की है. दिल्ली में सीएनजी की कीमत 75.59 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 76.59 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई है. नोएडा में कीमत 82.20 रुपये प्रति किलोग्राम है और ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में 81.20 रुपये प्रति किलोग्राम है.
इस महीने थोक महंगाई निगेटिव जोन से निकल गई है. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, मार्च महीने से थोक महंगाई निगेटिव में बनी हुई थी जो इस महीने निकल गई है. आंकड़े के अनुसार, अक्टूबर में महंगाई की दर -0.52 परसेंट थी जो नवंबर में 0.26 परसेंट हो गई है. नवंबर महीने में थोक महंगाई में बढ़ोतरी के पीछे खाद्य पदार्थ, खनिज, मशीनरी और उपकरण, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिकल प्रोडक्ट, मोटर वाहन जैसे सामानों की महंगाई वजह है.
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आपको बता दें कि थोक महंगाई में पहले से वृद्धि देखी जा रही है. आज जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक, इस महीने सब्जियों की थोक महंगाई 16.5 परसेंट बढ़ी है. साथ ही ईंधन और बिजली की महंगाई में 0.8 फीसद की तेजी है. पूरी खाद्य महंगाई देखें तो उसमें भी दो फीसद की बढ़ोतरी है. खाने के तेल भी महंगे हुए हैं. अक्टूबर की तुलना में नवंबर में खाने के तेलों के दाम में वृद्धि दर्ज की गई है.
इससे पहले खुदरा महंगाई का आंकड़ा जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि नवंबर में महंगाई दर 5.5 परसेंट रही जबकि अक्टूबर में यह चार महीने के निचले स्तर पर 4.87 परसेंट रही. हालांकि अच्छी बात ये है कि रिजर्व बैंक ने खुदरा महंगाई को जो आंकड़ा तय किया है, उससे खुदरा महंगाई कम है. रिजर्व बैंक का दायरा दो से छह प्रतिशत है. उस हिसाब से 4.87 परसेंट की खुदरा महंगाई दायरे में है.
हाल के दिनों में खाद्य सामानों की महंगाई में तेजी देखी जा रही है. सब्जियों से लेकर दालों तक की महंगाई बढ़ी है. यहां तक कि प्याज और लहसुन के दाम भी तेज हैं. इससे पहले टमाटर के भाव आसमान चढ़े थे. इन सभी खाद्य पदार्थों की महंगाई की वजह से पूरी खुदरा महंगाई पहले से चढ़ाव पर है. हालांकि प्याज के दाम पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने हाल में इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन किसान इसके विरोध में उतर गए हैं.