मूली कच्ची सब्जी के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उगाई जाती है. इसकी खेती कंद सब्जी के रूप में की जाती है. इसका इस्तेमाल लोग कच्चे सलाद, सब्जी, साग या अचार बनाने के लिए करते हैं. देश में मूली की खेती पूरे साल की जाती है क्योंकि मूली की फसल बहुत जल्दी तैयार हो जाती है. बीते कुछ सालों में मूली की मांग और दाम में काफी इजाफा हुआ है जिससे किसानों की रुचि मूली की खेती की ओर बढ़ी है. अब मूली के दाम भी अन्य फसलों की तरह बाजार में अच्छे मिलते हैं. किसान मूली की खेती कर बहुत ही कम समय में ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं. अगर आप भी मूली की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी जापानी सफेद और काशी लोहित का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से मूली का बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
मूली में कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. यह एक ऐसी फसल है जिसे बहुत आसानी से उगाया जा सकता है. सबसे खास बात यह है कि मूली की खेती के लिए किसी खास मिट्टी की जरूरत नहीं होती है.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन मूली की उन्नत वैरायटी जापानी सफेद और काशी लोहित का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
मूली की जापानी सफेद वैरायटी विदेशी है और पहाड़ी इलाकों में इसे अधिक उगाया जाता है. इसकी ख़ासियत यह है कि बुवाई के दो महीने बाद ही ये किस्म तैयार हो जाती है. इस किस्म की मूली की जड़ें एकदम सफेद होती हैं. जड़ों की लंबाई एक फ़ीट के लगभग होती है. इस मूली का स्वाद मीठा होता है और प्रति हेक्टेयर इसकी उत्पादन क्षमता औसतन 25 से 30 टन है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट 30 रुपये में मिल जाएगा.
वहीं दूसरी किस्म काशी लोहित है जिसकी जड़ें आकर्षक लाल रंग की होती हैं. ये किस्म सलाद के लिए अच्छी मानी जाती है. इस किस्म में सफेद मूली की तुलना में 80 से 100 फ़ीसदी ज़्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं. इसकी बुवाई का सही समय मध्य सितंबर से मध्य दिसंबर के बीच रहता है. इसकी प्रति हेक्टेयर उपज क्षमता 40-45 टन है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट फिलहाल 23 फीसदी की छूट के साथ 31 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम के वेबसाइट पर मिल जाएगा.
धनिया अपनी खुशबू और स्वाद के लिए जाना जाता है. धनिया को लोग सब्जी में मसालों के तौर पर प्रयोग करते हैं. यही नहीं ताजा धनिये की पत्तियां हर सब्जी में पकने बाद डाली जाती हैं, जो सब्जी के स्वाद को और बढ़ा देती है. धनिये की उन्नत किस्म है पंत हरितमा यानी PH किस्म. इसकी खासियत ये है कि इस किस्म की खेती में बेहतर पैदावार मिलती है. ये किस्म 120-125 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट आपको मात्र 29 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
शलगम को शलजम के नाम से भी जाना जाता है. शलजम एकल जड़ वाली एक सब्जी है, जिसका लोग फल के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. इसे सब्जी और सलाद के रूप में खाया जाता है. शलजम का ऊपरी भाग बैंगनी और गूदा सफेद होता है. इसे तैयार होने में 60 से 65 दिन का समय लगता है. अगर आप शलजम की खेती करना चाहते हैं तो के इसकी खास किस्म पर्पल टॉप वाईट ग्लोब 100 ग्राम का पैकेट 37 रुपये में ऑनलाइन मिल जाएगा.