अक्सर आपने सुना होगा कि पशुओं को अनाज खिलाने से परहेज करना चाहिए. लेकिन बाजारा एक ऐसा अनाज है, जो मनुष्य के साथ- साथ पशुओं के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. बाजरा पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है. बाजरा पशुओं में पोषण की कमी को दूर करता है. बाजरे में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस, फाइबर पाया जाता है. आपको बता दें कि पशुओं को बाजरे का चारा खिलाने के कई लाभ होते हैं. दरअसल पशुओं को बाजरे का चारा खिलाने से उनका पाचन तंत्र मजबूत होता है. वहीं मादा पशु जो बच्चा पैदा करने के बाद अक्सर बीमार रहती हैं उन्हें बाजरा खिलाना चाहिए. इसके अलावा दुधारू पशुओं को बाजरे का चारा खिलाने से पशु में दूध उत्पादन बढ़ता है.
अगर आप भी पशुपालन करते हैं और अपने पशुओं को बाजरे का चारा खिलाना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छी जानकारी है. अगर आप बाजरे की खेती करने के लिए बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से बाजरा की बेहतर FBC 16 किस्म का बीज ऑनलाइन आसानी से अपने घर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन चारे वाले बाजरे की FBC 16 किस्म का बीज बेच रहा है. इन अनाजों के बीज को आप ओएनजीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार के अनाजों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
चारे वाले बाजरे की FBC 16 किस्म साल 2003 में जारी की गई थी. इसके पौधे की ऊंचाई 235 सेंटीमीटर होती है. यह औसतन 230 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देती है. इसके पौधे जब बड़े हो जाते हैं तो इसे चारे के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इस किस्म की बढ़िया उपज लेने के लिए फसल की बिजाई अच्छी तरह तैयार की गई ज़मीन में की जानी चाहिए.
अगर आप भी चारे वाले बाजरे की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो FBC 16 किस्म के दो किलो बीज का पैकेट फिलहाल 40 फीसदी छूट के साथ 109 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से बाजरे की खेती कर सकते हैं.
मूली कच्ची सब्जी के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उगाई जाती है. इसकी खेती कंद सब्जी के रूप में की जाती है. मूली की जापानी सफेद वैरायटी विदेशी है और पहाड़ी इलाकों में इसे अधिक उगाया जाता है. इसकी खासियत यह है कि बुवाई के दो महीने बाद ही ये किस्म तैयार हो जाती है. इस मूली का स्वाद मीठा होता है और प्रति हेक्टेयर इसकी उत्पादन क्षमता औसतन 25 से 30 टन है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट 30 रुपये में मिल जाएगा.
भारत में हरी मिर्च का मसालों में अपना एक अहम रोल है क्योंकि चटपटे भोजन का स्वाद लेना हो तो मिर्च सबसे जरूरी चीजों में से एक है. पूसा ज्वाला किस्म हरी मिर्च की एक खास वैरायटी है. इस किस्म के पौधे बौने और झाड़ीनुमा होते हैं. ये मिर्च हल्के हरे रंग की होती है. इस किस्म की औसतन पैदावार 34 क्विंटल प्रति एकड़ होती है. वहीं यह किस्म 130 से 150 दिन में पक कर तैयार हो जाती है. अगर आप भी हरी मिर्च की खेती करना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज का 100 ग्राम का पैकेट फिलहाल 20 फीसदी की छूट के साथ 65 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.