भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सिंचाई की बिजली का मुद्दा उठाया है. पत्र में उन्होंने कहा है कि कृषि पोषक फीडर पर बिजली की आपूर्ति कम की जा रही है जिससे किसानों को फसल सिंचाई में दिक्कत आ रही है. उन्होंने सीएम योगी से इस मु्द्दे का तत्काल संज्ञान लेने और बिजली आपूर्ति बढ़ाए जाने की मांग की है.
राकेश टिकैत ने पत्र में लिखा है, आपको अवगत करना है कि प्रदेश के अंदर कृषि में नहरी व्यवस्था के साथ में निजी नलकूप सिंचाई करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंग है, जिससे समय पर किसान फसलों को सिंचित कर रहा है. दिनांक 22.03.2025 को एक आदेश जारी हुआ, जिसमें कृषि पोषक फीडर से विद्युत समय 10 घंटे से घटाकर 7 घंटे कर दिया गया है. इसकी सप्लाई 2 भागों में वर्गीकृत कर दी गई है जो सुबह 5:15 बजे से 10:15 बजे तक और दोपहर बाद 4:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक निर्धारित रहेगी.
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पत्र में टिकैत ने आगे लिखा, इतने कम समय में कटौती के साथ में किसान फसलों की सिंचाई समय से नहीं कर पाएगा. दूसरी तरफ गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और फसलों में कम समय में सिंचाई करनी पड़ेगी. 2 भागों में वर्गीकृत यह समय दूरी की सिंचाई को प्रभावित करेगा, जिसका सीधा नुकसान फसलों पर पड़ेगा. अतः हमारे आग्रह पर पुनः कृषि पोषक फीडरों पर 10 घंटे विद्युत का आदेश जारी किया जाए और 7 घंटे के आदेश को तत्काल प्रभाव से खारिज किया जाए.
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राकेश टिकैत ने इस पत्र की एक कॉपी एक के शर्मा, शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री, यूपी सरकार और सोमेंद्र तोमर, ऊर्जा और अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत राज्य मंत्री, यूपी सरकार को भी भेजा है. उन्होंने बिजली सप्लाई के इस मुद्दे को उठाते हुए इस पर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की है.
सीएम योगी के नाम एक और पत्र भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के यूपी प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने भी लिखा है, उन्होंने पत्र में कहा है, किसानों की सिंचाई की बिजली प्रातः 6 बजे से 11 बजे तक और सायं 4 बजे से 8 बजे तक दी जाती है तो किसानों का सिंचाई का काम सरलतापूर्वक हो जाएगा. साथ ही गर्मी के महीने में जो तेज हवाएं चलती हैं जिससे बिजली के तार टूटने और किसानों की फसल में आग लगने की समस्याओं में काफी हद तक किसानों को लाभ होगा और आगजनी की समस्याएं भी कम होंगी.
आशा है कि किसानों की तरफ से की गई इस मांग के अनुरोध को प्रबंधक, पावर कार्पोरेशन द्वारा स्वीकार करते हुए माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से आदेश करवाते हुए भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के इस सुझाव को स्वीकार करेंगे.
अभी जायद फसलों का सीजन चल रहा है जिसमें कई जगह किसान गन्ने की खेती भी कर रहे हैं. इन फसलों में सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत रहती है क्योंकि इस समय तेजी से तापमान बढ़ रहा है जिससे फसलों में पानी की जरूरत बढ़ रही है. इसे देखते हुए किसान अधिक से अधिक बिजली की सप्लाई चाहते हैं ताकि वे समय पर अपनी फसलों को पानी दे सकें. किसानों का एक मुद्दा दो समय में बिजली देने का भी है. किसानों का कहना है कि बिजली सप्लाई को दो समय में बांटना ठीक नहीं है क्योंकि इससे पानी देने का काम सही ढंग से नहीं हो पाता.