एक्सपर्ट अब फोन पर देंगे पेस्ट कंट्रोल की जानकारी, सरकार ने शुरू की ये खास सुविधा

एक्सपर्ट अब फोन पर देंगे पेस्ट कंट्रोल की जानकारी, सरकार ने शुरू की ये खास सुविधा

राष्ट्रीय कीट नियंत्रण प्रणाली का उद्देशय कीटनाशक के लिए खुदरा दुकानदारों पर किसानों की निर्भरता को कम करना है. साथ ही किसानों के अंदर कीट नियंत्रण को लेकर एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना है.

आधुनिक कृषि (सांकेतिक तस्वीर)आधुनिक कृषि (सांकेतिक तस्वीर)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 16, 2024,
  • Updated Aug 16, 2024, 6:20 PM IST

देश के किसानों को राहत पहुंचाने के लिए और उनके लिए खेती बाड़ी को आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. किसानों को लेटेस्ट तकनीक से जोड़कर उन्हें आधुनिक कृषि के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसी प्रयास के तहत केंद्र सरकार ने एआई-आधारित नेशनल पेस्ट सर्विलिएंस सिस्टम (NPSS) लॉन्च किया है. इसके जरिए किसानों को फोन पर ही कीट नियंत्रण करने में मदद मिलेगी. इसके जरिए किसान फोन पर सीधे कृषि वैज्ञानिकों से जुड़ेंगे और उन्हें कीट से संबंधित समस्याओं के समाधान की सटीक जानकारी दी जाएगी. 

इसे लॉन्च करने के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय कीट नियंत्रण प्रणाली का उद्देशय कीटनाशक के लिए खुदरा विक्रेताओं पर किसानों की निर्भरता को कम करना है. साथ ही किसानों के अंदर कीट नियंत्रण को लेकर एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना है. एनपीएसएस किसानों और विशेषज्ञों को कीट नियंत्रण और प्रबंधन में मदद करने के लिए एआई उपकरणों का उपयोग करके कीटों के बारे में नई जानकारी और डेटा उपलब्ध कराएगा. कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार इस प्रणाली में एक यूजर फ्रेंडली मोबाइल ऐप और एक वेब पोर्टल का इस्तेमाल किया गया है. जो आसानी से सभी किसानों तक पहुंच सकता है. 

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किसानों तक नई तकनीक पहुंचाने का लक्ष्य

शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों तक खेती की नई तकनीक और नए प्रयोगों को पहुंचाना केंद्र सरकार का मकसद है. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में जो भी नए विकास होते हैं, उनका फायदा किसानों को होना चाहिए. साथ ही कहा कि किसानों की उपज बढ़ाना नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता है. उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को बेहतर बीजों की जरूरत है. देश के वैज्ञानिक इस दिशा में काम कर रहे हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि अगर किसान कीटों के हमले को शुरुआत में ही जान लेते हैं तो उसका प्रबंधन और समाधान करने में आसानी होती है. एनपीएसएस प्रणाली भी इसी तरह से शुरुआत में ही कीट को पहचान कर उसे नियंत्रण करने में मदद करेगी. 

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14 करोड़ किसानों को मिलेगा लाभ

कृषि मंत्रालय ने कहा कि देश के करीब 14 करोड़ किसानों को एनपीएसएस के जरिए मदद मिलेगी. इसके जरिए वैज्ञानिकों को खेतों से जोड़ने की तैयारी की गई है. इसमें किसान एनपीएसएस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके संक्रमित फसलों या कीटों की तस्वीरें लेकर वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों के पास भेजेंगे, फिर उनसे सलाह लेंगे. 'द हिंदू' की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि सही मात्रा में सही समय पर सही कीटनाशक का इस्तेमाल करना किसानों के लिए शुरू से एक चुनौती रही है. एनपीएसएस किसानों को इस चुनौती से निपटने में मदद करेगी. उन्होंने कहा, "यह प्रणाली तकनीक का उपयोग करके उचित समय पर बीमारियों का इलाज करती है.

 

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