MCC Violation : नेताओं के बाद अब 'बाबा' भी आए चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में

MCC Violation : नेताओं के बाद अब 'बाबा' भी आए चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में

चुनाव के दौरान नेताओं के बोल अक्सर बिगड़ जाते हैं. इसे रोकने के लिए चुनाव में Model Code of Conduct लागू की जाती है. चुनाव प्रचार में इसका उल्लंघन होने पर नेेताओं की शिकायतें मिलना सामान्य बात है. मगर, अब आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत के दायरे में कथावाचक बाबा भी आ गए हैं.

न‍िर्मल यादव
  • Bhopal,
  • May 24, 2024,
  • Updated May 24, 2024, 7:35 PM IST

पिछले कुछ सालों से देश में कथावाचक बाबाओं की बाढ़ सी आ गई है. इनमें श‍िवकथा सुनाने वाले प्रदीप मिश्रा का नाम भी शामिल है. मध्य प्रदेश में सीहोर जिले में कुबरेश्वर धाम के स्वयंभू बाबा प्रदीप मिश्रा, देश के तमाम इलाकों में शिव कथा सुनाने का काम करते हैं. एमपी के Ex CM शिवराज सिंह चौहान के गृह जनपद सीहोर से ताल्लुक रखने के कारण यह माना जाता है कि प्रदीप मिश्रा पर शिवराज का वरदहस्त है. ऐसे में BJP से उनकी नजदीकी अब उनकी कथाओं में भी झलकने लगी है. Lok Sabha Election 2024 के इस दौर में कथा प्रवचन के दौरान भाजपा की तारीफ करते हुए पीएम मोदी के लिए भक्तों से वोट देने की अपील करना मिश्रा ने लिए मुसीबत का सबब बन सकता है. चुनाव के दौर में नेताओं के बिगड़े बोल को लेकर चुनाव आचार संहिता (MCC) के उल्लंघन की शिकायतों के बीच प्रदीप मिश्रा के खिलाफ भी इस तरह की शिकायत Election Commission को मिली है.

ये है मामला

मिश्रा के खिलाफ ECI में शिकायत करने वाला कोई और नहीं, उनके अपने गृह जनपद सीहोर के एक कांग्रेस नेता हैं. सीहोर की जिला कांग्रेस कमेटी के नेता पंकज शर्मा ने 22 मई को चुनाव आयोग से मिश्रा की लिखित शिकायत की है. इसमें उन्होंने कथा वाचन के दौरान मिश्रा द्वारा भक्तों से भाजपा के लिए वोट देने की अपील करने को MCC का उल्लंघन बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

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शर्मा ने 6 मई को महाराष्ट्र के परतवाड़ा में मिश्रा द्वारा कथा प्रवचन के मंच का इस्तेमाल एक राजनीतिक पार्टी के पक्ष में करने का आरोप लगाया है. शर्मा ने आयोग को 6 मई का एक वीडियो भी सौंपा है, जिसमें शर्मा पीएम मोदी का नाम लेकर भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने मिश्रा पर धर्म का राजनीतिकरण करने का आरोप भी लगाया है. साथ ही आयोग को मिश्रा के पूर्व के बयानों का हवाला देकर याद दिलाया है कि वह देश के संविधान को बदलने, लोकतंत्र को खत्म कर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की वकालत कर चुके हैं. इतना ही नहीं शर्मा ने आयोग को मिश्रा की कथा के अंतिम दिन 12 मई को अमरावती में कथा के मंच से एक सांसद द्वारा भाजपा के लिए वोट मांगे जाने की घटना का भी जिक्र किया है. उन्होंने शिकायत में कहा कि 12 मई को अमरावती में मिश्रा के कथा स्थल से मौजूदा निर्दलीय सांसद और वर्तमान में BJP Candidate नवनीत राणा ने भी भक्तों से धर्म की दुहाई देकर भाजपा को वोट देने की अपील की.

माफी मांगे मिश्रा

शिकायत में शर्मा ने आयोग से कहा है कि मिश्रा ने न केवल खुद धार्मिक मंच से एक पार्टी के लिए वोट मांगे, बल्कि इस गलती को दोहराते हुए उन्होंने कथा के मंच से एक सांसद को भी उसकी पार्टी के लिए वोट मांगने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से धर्म के राजनीतिकरण का मामला है, इसलिए यह Violation of Constitution है.

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शर्मा ने कहा कि ECI काे इस मामले में तत्काल संज्ञान लेकर मिश्रा के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई करते हुए उन्हें देश से माफी मांगने को कहना चाहिए. इस बीच मिश्रा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है.

शर्मा की शिकायत में जिस कथा का जिक्र किया गया है, उसका आयोजन कराने वाली संस्था विठलेश सेवा समिति की ओर से जरूर इन आरोपों का जवाब दिया गया है. समिति के पदाधिकारी समीर शुक्ला ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि कथावाचक मिश्रा ने कथा के दौरान भक्तों से किसी पार्टी विशेष को वोट देने की अपील नहीं की थी, बल्कि उन्होंने सनातन को वोट देने की अपील की थी.

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