Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बहराइच के करीब 35 गांवों में भेड़ियों का आतंक है. भेड़ियों की धरपकड़ के लिए वन विभाग का ऑपरेशन जारी है. हालांकि, टीम को सफलता नहीं मिली. ग्रामीणों को भेड़िये के आतंक से बचाने के लिए लगातार गश्त की जा रही है. गौरतलब है कि इस इलाके में भेड़िए आठ बच्चों सहित नौ लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इनमें से 7 लोगों की मौत एक ही महीने में हुई हैं. वहीं भेड़ियों के हमले में 35 से अधिक लोग घायल भी हो चुके हैं.
वन विभाग की टीम ने गुरुवार को चार भेड़ियों को दबोचा था. वहीं बाकी दो भेड़ियों को पकड़ने के लिए भी विभाग की 22 टीमें गश्त में जुटी हैं. हालांकि, टीम को सफलता नहीं मिली. वहीं, ग्रामीणों को भेड़िये के आतंक से बचाने के लिए लगातार गश्त की जा रही है. डीएफओ अजित सिंह ने बताया कि खूंखार भेड़िये को पकड़ने के लिए 22 टीमों द्वारा 75 किमी. के दायरे में कॉम्बिंग की जा रही है. उन्हाेंने बताया कि गुरुवार सुबह भेड़िये के पकड़े जाने के बाद से इलाके में कोई हरकत और पग चिन्ह नहीं मिले हैं.
इस खूंखार भेड़िए को गोरखपुर चिड़ियाघर भेजा गया है. टीम की ओर से ग्रामीणों को अलर्ट रहने की सलाह दी जा रही है. उन्हें रात में घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है.
वहीं, आवश्यक कार्य पर झुंड में निकलने के निर्देश दिए गये हैं. आदमखोर भेड़िए के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों की आंखों में सुकून नजर आया. सभी ने वन विभाग के इस प्रयास की सराहना की.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार रात 11 बजे थर्मल ड्रोन से इसे ट्रेस किया गया. सुबह पांच बजे के आसपास फिर ड्रोन के जरिए इस पर नजर रखी गई. भेड़िया के पैर के निशान दिख गए, फिर वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों की टीम ने तत्काल मुस्तैदी दिखाते हुए सुबह करीब पौने 11 बजे इसे सिसैया गांव के कछार से काफी मशक्कत कर पकड़ लिया. दो अन्य भेड़ियों की तलाश जारी है.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन व पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना, प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव आदि बुधवार को बहराइच पहुंचे थे. पीड़ितों के बीच गांवों में पहुंचकर उन्हें जागरुक करने के बाद वन मंत्री ने विश्वास दिलाया था कि भेड़िए को पकड़ने के लिए विभाग की टीम पूरी तरह से मुस्तैद है. मुख्यमंत्री स्वयं इस पर नजर रखे हैं. वन मंत्री के पहुंचने के 24 घंटे के भीतर ही इस आदमखोर भेड़िए को पकड़ लिया गया.