डेयरी किसानों के लिए खुशखबरी! शुरू हुई हीट इंडेक्स आधारित बीमा योजना, नुकसान की भरपाई करने में मिलेगी मदद 

डेयरी किसानों के लिए खुशखबरी! शुरू हुई हीट इंडेक्स आधारित बीमा योजना, नुकसान की भरपाई करने में मिलेगी मदद 

heat index based insurance plan for dairy farmers: गर्मियों के मौसम में पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता कम हो जाती है. जिस वजह से डेयरी किसानों को काफी नुकसान होता है. इसी के मद्देनजर मूपे ने हीट इंडेक्स आधारित बीमा योजना शुरू की है. क्या है यह योजना आइए विस्तार से जानते हैं-

डेयरी किसानों के लिए शुरू हुई हीट इंडेक्स आधारित बीमा योजना, सांकेतिक तस्वीर
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Jun 02, 2023,
  • Updated Jun 02, 2023, 10:06 AM IST

मौसम में बदलाव का प्रभाव इंसानों से लेकर पशुओं तक में देखने को मिलता है. ज्यादा सर्दी हो या गर्मी, दोनों ही एक समय के बाद लगभग सभी जीवों के लिए हानिकारक साबित होते हैं. ऐसे में अगर पशुओं की बात करें तो तापमान अधिक होने के कारण दुधारू पशुओं की दूध देने की क्षमता कम होने लगती है. जिससे पशुपालकों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है. इसी के मद्देनजर डेयरी प्रौद्योगिकी प्रदाता स्टेलप्प्स की फिनटेक शाखा मूपे ने पशुपालकों के लिए एक ठोस कदम उठाया है. 

दरअसल, मूपे ने गर्मी की मौसम के दौरान दूध की उत्पादन में गिरावट के कारण आय में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए डेयरी किसानों के लिए एक हीट इंडेक्स-आधारित बीमा योजना शुरू की है. इसके लिए mooPay ने IBISA नेटवर्क, एचडीएफसी एर्गो और ग्रामकवर के साथ साझेदारी की है.

हीट इंडेक्स-आधारित बीमा कवर क्या है?

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, हीट इंडेक्स-आधारित बीमा कवर मूमार्क के किसानों को वित्तीय मुआवजा प्रदान करता है, ताकि गर्मियों में हीट वेव के दौरान दूध उत्पादकता में गिरावट के कारण आय में होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सके. गौरतलब है कि मूमार्क बेंगलुरु की एक खाद्य और पेय पदार्थ निर्माण कंपनी है, यह देशभर में आधुनिक डेयरी स्थापित करने के लिए तकनीकी और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान करती है. फिलहाल, 23,000 से अधिक गांवों में 1.7 मिलियन से अधिक किसान कंपनी को दूध की सप्लाई करते हैं.

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वही कंपनी ने एक बयान में कहा है कि, कवर किसानों के लिए बीमा लाभ की गारंटी देता है. अगर 1 मई से 60 दिनों के दौरान तापमान विशिष्ट मापदंडों के साथ पूर्व निर्धारित तापमान से अधिक हो जाता है. वही दावा निपटान प्रक्रिया सरल है. जबकि, प्रत्येक बीमित मवेशी अधिकतम 2,000 रुपये के कवर के लिए पात्र है. वर्तमान में, बीमा कवर प्रति घर एक मवेशी है.

मूमार्क लॉयल्टी प्रोग्राम के रूप में कर रहा पेश 

पहले चरण में, मूमार्क इस बीमा को अपने लॉयल्टी प्रोग्राम के एक भाग के रूप में पेश कर रहा है. यह नीति 4 राज्यों के 5 जिलों के लगभग 7,000 किसानों को कवर करती है, जिनकी कुल बीमा राशि 1.3 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी ने कहा है कि यह इनोवेटिव फाइनेंशियल प्रोडक्ट लगभग 80 मिलियन से अधिक डेयरी फार्मिंग परिवारों की मदद कर सकता है, जो लगभग 300 मिलियन मवेशियों की आय पर निर्भर हैं.

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मूपे के सीईओ राहुल मल्लिक ने कहा, "मूपे में हम ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए फाइनेंशियल प्रोडक्ट की नए सिरे से कल्पना कर रहे हैं. इस दिशा में काम करते हुए, हमने भारत का पहला हीट इंडेक्स से जुड़ा बीमा प्रोडक्ट प्रदान करने के लिए ग्रामकवर के साथ साझेदारी की है. इस बीमा कवर से डेयरी किसानों को अत्यधिक गर्मी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय नुकसान से राहत मिलेगी. वही किसानों को इस अनूठे बीमा कवर का लाभ सीधे उनके बैंक खाते में मिलेगा, जिससे अन्य बीमा उत्पादों में भी उनका विश्वास बढ़ेगा.
 

 

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