मक्का के कारोबार में मंदी दिखी है. मंगलवार को देश की अधिकांश मंडियों में इसके दाम में 200 रुपये तक की गिरावट देखी गई. सबसे बड़ी मंदी गुजरात में देखी गई जबकि राजस्थान की कोटा मंडी में मक्का के भाव में स्थिरता देखी गई. हालांकि देश की अधिकांश मंडि़यों में मक्का का कारोबार मंदी के साथ हुआ. गुजरात की जंबुसर मंडी में 26 दिसंबर को मक्का का भाव 1900 रुपये था जो 27 दिसंबर को 200 रुपये गिरकर 1700 रुपये हो गया. यहां 200 रुपये की मंदी देखी गई. ये आंकड़े एगमार्कनेट के हैं जो प्रति कुंटल के हिसाब से हैं.
उत्तर प्रदेश की सहारनपुर मंडी में सोमवार को मक्का का भाव 2370 रुपये जो मंगलवार को 10 रुपये की मंदी के साथ 2360 रुपये पर पहुंच गया. राजस्थान की कोटा मंडी में सोमवार और मंगलवार को स्थिर भाव के साथ मक्का का कारोबार हुआ. यहां दोनों दिन मक्का का रेट प्रति कुंटल 2200 रुपये दर्ज किया गया.
कृषि मंत्रालय के मुताबिक, चालू रबी सीजन में मक्का की बुआई आगे चल रही है. कृषि मंत्रालय का आंकड़ा बताता है कि चालू रबी सीजन में 16 दिसंबर तक 13.47 लाख हेक्टेयर में मक्के की खेती की गई है. बीते साल के मुकाबले 2 लाख 49 हजार हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में मक्के की बुआई हुई है. बीते साल 10.98 लाख हेक्टेयर में मक्के की बुआई की गई थी. एपीडा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 28.79 लाख टन और 2021-22 के दौरान 36.90 लाख टन मक्के का निर्यात किया गया था.
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भारत मक्का का निर्यात मुख्य रूप से मलेशिया, वियतनाम, बांग्लादेश और नेपाल के अलावा दुनिया के और भी कई देशों को करता है. इस साल देश में मक्का की उपज रिकॉर्ड स्तर पर जाने का अनुमान है. पिछले साल के मुकाबले इस साल मक्का का उत्पादन लगभग 2 लाख टन अधिक रह सकता है. खरीफ का पहला अग्रिम अनुमान बताता है कि 2022-23 में मक्का की उपज 23.10 लाख टन तक जा सकता है. पिछले साल यह उत्पादन 21.24 लाख टन था.
अरहर में मंगलवार को मिलाजुला रुख रहा क्योंकि इसके दाम कहीं घटे तो कहीं बढ़े हैं. अरंडी के बाजार में सुस्ती देखी गई. गुजरात की जंबुसर मंडी में 1100 रुपये की भारी गिरावट देखी गई. जंबुसर मंडी में अरहर के दाम में 200 रुपये की गिरावट देखी गई. इन दिनों कृषि मंडियों में अरहर की आवक सामान्य बनी हुई है. इस बीच मंगलवार को ज्यादातर मंडियों में अरहर की खरीद-बिक्री उतार-चढ़ाव के साथ देखी गई. कुछ मंडियों में भाव स्थिर देखे गए. जंबुसर मंडी में अरहर के भाव गिरे जबकि राजकोट और आगरा मंडी में इसका कारोबार बढ़त के साथ हुआ. ऐसे में बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि किसान अपनी उपज को अभी रोक कर रखें क्योंकि आगे उन्हें अधिक मुनाफा मिल सकता है. आगे अरहर के भाव में बढ़त देखने को मिल सकती है.
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अब बात बैंगन की. गुजरात की सूरत मंडी में बैंगन का बिकवाली भाव 1675 रुपये रहा, जबकि मंगलवार को ही पंजाब की रय्या मंडी में भाव 1500 रुपये दर्ज किया गया. राजस्थान की जालौर मंडी में भाव 1300 रुपये और यूपी की डिबाई मंडी में बैंगन का भाव 800 रुपये दर्ज किया गया. कृषि मंडियों में अरंडी की आवक सामान्य बनी हुई है.
मंगलवार को गुजरात की ज्यादातर मंडियों में अरंडी का भाव गिरावट पर रहा. सबसे बड़ी गिरावट गुजरात की जंबुसर मंडी में देखी गई जहां मंगलवार को इसका भाव 5200 रुपये रहा. एक दिन पहले सोमवार को इसका रेट 6300 रुपये दर्ज किया गया था. राजकोट मंडी में अरंडी का भाव 6670 रुपये रहा. धोराजी मंडी में अरंडी का कारोबार 6650 रुपये पर हुआ. ये आंकड़े एगमार्कनेट के मुताबिक हैं.