कटिहार में किसानों का सड़क पर मक्का सुखाना जानलेवा हादसों को आमंत्रण दे रहा है, जिसे लेकर अब जिला प्रशासन और पुलिस एक्शन मोड में आ गए है. इसी महीने 5 और 6 तारीख की रात को जिले के कुर्सेला थानाक्षेत्र में बारात जा रही स्कॉर्पियो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें स्कॉर्पियो में सवार 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और दो लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. दरअसल, स्टेट हाइवे-77 के किनारे सड़क पर ही किसान अपने खेतों में उपजी मक्का की फसल को सूखने के लिए फैलाया हुआ था.
अंधेरे में स्कॉर्पियो मक्के पर चढ़ने के कारण असंतुलित हो गई और सामने खड़े मक्का से लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली में जा घुसी. इस दुर्घटना में मौके पर ही 8 बारातियों की मौत हो गई थी और 2 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका इलाज पूर्णिया के एक अस्पताल में चल रहा है.
इस घटना के बाद कटिहार जिला प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है और माइक से अनाउंसमेंट कर किसान और लोगों को जागरूक किया जा है कि किसी भी हालत में लोग सड़क या सड़क किनारे मक्का न सुखाएं. ऐसा नहीं करने या प्रशासन की बात को न मानने वाले किसानों पर जिला प्रशासन कठोर कारवाई करेगा. यहां तक कि ऐसे किसानों पर पुलिस FIR दर्ज कर कड़ी कारवाई करेगी.
मालूम हो कि कटिहार जिले में किसान मक्के की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं, क्योंकि यह पैदावार और मुनाफे के लिहाज से बढ़िया है. किसान मक्का की उपज मंडी ले जाने से पहले पूरी कोशिश करते हैं कि उसमें नमी की मात्रा न रहे, ताकि सही और ज्यादा से ज्यादा दाम मिल सके.
लेकिन, फसल सुखाने के लिए जगह की कमी के कारण किसान कई बार सकड़ों पर और सड़क किनारे इसे सूखने के लिए बिछा देते हैं. जिले के कई सड़कों- चाहे वो नेशनल हाईवे हो या स्टेट हाईवे हो या फिर 14 नंबर रोड हो, मक्का फसल के समय हर जगह ऐसा दृश्य आपको देखने के लिए मिल जाएगा.
बड़ी दुर्घटना के बाद कटिहार जिला प्रशासन एक्शन मोड में है और जिले में जगह-जगह घूम-घूम कर माइक से किसानों और लोगों को समझाइश दी जा रही है कि कोई भी सड़क का अतिक्रमण कर मक्का नहीं सुखाएं, इससे लोगों की जान को खतरा है. मक्का फैले होने की वजह से सड़कों पर आए दिन दुर्घटना होती रहती है. अपील को नहीं मानने पर जिला प्रशासन थाने में FIR कर बड़ी कारवाई करने को बाध्य होगा.
जिला प्रशासन के तरफ से इसका जिम्मा जिला परिवहन विभाग के अधिकारी बाल मुकुंद प्रसाद को दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, साथ ही अब इसका असर भी देखने को मिल रहा है कि किसान हद तक मक्के को सड़क पर नहीं सुखा रहे हैं. (बिपुल राहुल की रिपोर्ट)