सरकारी खरीद शुरू होने से पहले ही दलहन-तिलहन के दाम धड़ाम, MSP से नीचे बिकी 9 लाख टन उपज  

सरकारी खरीद शुरू होने से पहले ही दलहन-तिलहन के दाम धड़ाम, MSP से नीचे बिकी 9 लाख टन उपज  

मूल्य समर्थन योजना (Price Support Scheme) के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर तिलहन और दलहन की खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है, जबकि सरकार ने एक महीने पहले इसे मंजूरी दे दी थी.

दलहन-तिलहन के दाम धड़ामदलहन-तिलहन के दाम धड़ाम
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Oct 24, 2025,
  • Updated Oct 24, 2025, 12:50 PM IST

देश में दलहन और तिलहन फसलों की खरीद शुरू नहीं हुई है, जिसकी वजह से  9 लाख टन से अधिक तिलहन और दालें एमएसपी से नीचे बिकी हैं. दरअसल, मूल्य समर्थन योजना (Price Support Scheme) के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर तिलहन और दलहन की खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है, जबकि सरकार ने एक महीने पहले इसे मंजूरी दे दी थी. हालांकि,  एजेंसियों का खरीद रोकने का आधिकारिक कारण संभवतः उच्च नमी हो सकती है. लेकिन खरीद में देरी होने के कारण किसानों ने पांच प्रमुख फसलों की बिक्री MSP से कम दाम में की है.

इन फसलों की खरीद को मंजूरी

केंद्र ने उत्तर प्रदेश और गुजरात के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर तुअर (अरहर), उड़द (काली मटर), मूंग (हरा चना), मूंगफली, सोयाबीन और तिल की खरीद को मंजूरी दे दी है. वहीं, अनुमानित ख़र्च लगभग 13,890 करोड़ रुपये हो सकता है. इसके बाद केंद्र ने कर्नाटक में मूंग की खरीद को भी मंजूरी दे दी है.

इन राज्यों में जल्द शुरू होगी खरीद

सूत्रों ने बताया कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से तिलहन और दलहन की खरीद के लिए मंजूरी का अनुरोध अभी प्रक्रिया में है. वहीं, महाराष्ट्र और राजस्थान ने भी केंद्र से खरीद की अनुमति देने का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि गुजरात में मूंगफली की खरीद अगले सप्ताह से शुरू होने की संभावना है. साथ ही केंद्र ने अभी तक सोयाबीन के लिए भावांतर योजना की अनुमति देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार के अनुरोध को भी मंजूरी नहीं दी है. कृषि मंत्रालय ने नेफेड और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) को केवल पहले रजिस्ट्रेशन किए किसानों से ही खरीद करने का निर्देश दिया था.

भावांतर योजना के तहत सोयाबीन की खरीद

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 26 सितंबर को घोषणा की कि राज्य सरकार इस वर्ष सोयाबीन की फसल के लिए भावांतर योजना लागू करेगी, जिसके तहत किसानों को बाजार मूल्य और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बीच “अंतर” राशि का भुगतान किया जाना था.

कृषि मंत्रालय ने 23 सितंबर को एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने खरीफ 2025-26 सीजन के लिए उत्तर प्रदेश और गुजरात में प्रमुख दलहन और तिलहन की खरीद को मंजूरी दे दी है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यों को आश्वासन दिया कि खरीफ 2025-26 के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी होने के बाद, यदि जरूरत पड़ी स्वीकृत मात्रा की समीक्षा की जाएगी.

मंडियों में इतनी पहुंची सभी फसलें

एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार, 24 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच अखिल भारतीय मंडी (कृषि बाजार यार्ड) में 39,367 टन तुअर, 47,008 टन उड़द, 1.10 लाख टन मूंग, 5.76 लाख टन सोयाबीन और 1.36 लाख टन मूंगफली की आवक हुई है. सोयाबीन की कुल आवक में से मध्य प्रदेश में 3.42 लाख टन और महाराष्ट्र में 1.52 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई. इसी प्रकार आंकड़ों के अनुसार, 24 सितंबर से अब तक राजस्थान की मंडियों में 93,000 टन से अधिक मूंग की बिक्री हो चुकी है.

MORE NEWS

Read more!