राजस्थान में गेहूं, चना, सरसों की कीमतों में अचानक आया उछाल, जमाखोरी की वजह से बढ़े दाम 

राजस्थान में गेहूं, चना, सरसों की कीमतों में अचानक आया उछाल, जमाखोरी की वजह से बढ़े दाम 

राजस्‍थान में भारत और पाक के बीच चल रहे तनाव के बीच ही भारी मात्रा में सामान को स्‍टॉक किया जा रहा है. स्‍थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार व्यापारियों के अलावा आम जनता भी सामान इकट्ठा करने में लगी है. जमाखोरी की वजह से गेहूं, चना और सरसों के दामों में अचानक उछाल आया है. गेहूं में 100 रुपये, चना में 200 रुपये और सरसों में 300 रुपए की बढ़ोतरी हुई है.

राजस्‍थान में जमाखोरी करने लगे व्‍यापारी (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)राजस्‍थान में जमाखोरी करने लगे व्‍यापारी (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • May 12, 2025,
  • Updated May 12, 2025, 4:52 PM IST

पिछले दिनों भारत और पाकिस्‍तान के बीच जारी तनाव के बीच राजस्‍थान में अनाजों के दामों में भारी इजाफे की खबरें हैं. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपील के बावजूद व्‍यापारियों की तरफ से जमाखोरी किए जाने की जानकारी है. स्‍थानीय मीडिया की मानें तो इस जमाखोरी के चलते दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. राज्‍य में गेहूं, चना और सरसों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. आपको बता दें कि सात मई को भारत की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर लॉन्‍च किया गया था. इसके बाद से ही भारत और पाकिस्‍तान के बीच तनाव चरम पर है. 

आम लोग भी कर रहे जमाखोरी 

राजस्‍थान में भारत और पाक के बीच चल रहे तनाव के बीच ही भारी मात्रा में सामान को स्‍टॉक किया जा रहा है. स्‍थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार व्यापारियों के अलावा आम जनता भी सामान इकट्ठा करने में लगी है. जमाखोरी की वजह से गेहूं, चना और सरसों के दामों में अचानक उछाल आया है. गेहूं में 100 रुपये, चना में 200 रुपये और सरसों में 300 रुपए की बढ़ोतरी हुई है. गेहूं के दाम 2400 से बढ़कर 2500, सरसों के दाम 6 हजार से बढ़कर 6300 और चने के दाम 5400 से बढ़कर 5600 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं. 

तेजी से बढ़ीं कीमतें 

व्यापारियों का कहना है कि आटा मिल मालिकों की ओर से गेहूं की मांग बढ़ी है और इसकी वजह से गेहूं के दामों में भी वृद्धि हुई है. उनकी मानें तो अगर इसी तरह स्टॉक होता रहा तो दामों में और इजाफा होगा. इसी तरह से ऑयल मिल और बेसन मिल मालिकों ने भी बंपर खरीद की है जिसकी वजह से सरसों और चना की कीमतों में इजाफा हुआ है. गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से बार-बार अपील की जा चुकी है कि खाद्यान्‍न या बाकी चीजों की कोई कमी नहीं है. ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि वो जमाखोरी न करें.

सरकार ने की है अपील 

भारत-पाकिस्‍तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सरकार ने कहा है कि लोग जरूरी खाद्य वस्‍तुओं की खरीदारी को लेकर होड़ न मचाएं और देश के भंडार भरे हुए है. सरकार ने भी व्‍यापारियों को भी भंडारण कर जमाखोरी नहीं करने के निर्देश दिए हैं ताकि कीमतों और आपूर्ति को लेकर लोगों को दिक्‍कत न हो. अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष और कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्‍ट्रीय मंत्री शंकर ठक्कर ने भी कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच लोगों ने जरूरी वस्तुओं की खरीदी बढ़ा दी है. उन्‍होंने कहा कि हम लोगों को बताना चाहते हैं कि देश में खाद्यान्‍न संबंधित वस्तुओं की कोई कमी नहीं है.  

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