जूट के बढ़े MSP के बीच इन मंडियों में 5900 रुपये तक पहुंचा भाव, यहां देखें लेटेस्ट रेट

जूट के बढ़े MSP के बीच इन मंडियों में 5900 रुपये तक पहुंचा भाव, यहां देखें लेटेस्ट रेट

सरकार ने बताया है कि 2014-15 में जूट का एमएसपी 2400 रुपये था जबकि 2025-26 में यह 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया. इस तरह एमएसपी में 3250 रुपये की वृद्धि की गई है. किसानों के भुगतान की जहां तक बात है तो 2004-05 से 2013-14 में जूट किसानों को 441 रुपये मिले जबकि 2014-15 से 2024-2025 में 1300 करोड़ रुपये मिले हैं.

जूट उत्पादन जूट उत्पादन
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 23, 2025,
  • Updated Jan 23, 2025, 3:25 PM IST

सरकार ने मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए कच्चे जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल मंजूर किया है. सरकार का कहना है कि इस बढ़ोतरी से अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत पर लगभग 67 परसेंट रिटर्न मिल सकेगा. बढ़ा हुआ मूल्य पिछले मार्केटिंग सीजन की तुलना में 315 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है. सरकार ने बताया है कि कच्चे जूट का एमएसपी 2014-15 के 2400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2025-26 में 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है जो 2.35 गुना वृद्धि दर्ज करता है.

माना जा रहा है कि सरकार के इस निर्णय से बंगाल, असम और बिहार जैसे पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों के किसानों को अधिक फायदा होगा. इन राज्यों में जूट की अधिक खेती होती है.सरकार ने बताया है कि 2014-15 में जूट का एमएसपी 2400 रुपये था जबकि 2025-26 में यह 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया. इस तरह एमएसपी में 3250 रुपये की वृद्धि की गई है. किसानों के भुगतान की जहां तक बात है तो 2004-05 से 2013-14 में जूट किसानों को 441 रुपये मिले जबकि 2014-15 से 2024-2025 में 1300 करोड़ रुपये मिले हैं.

जूट का मंडी भाव क्या है?

आइए सरकार के इस फैसले के बीच जूट का मंडी रेट जान लेते हैं. 22 जनवरी को बंगाल की प्रमुख मंडियों में जूट का दाम 5900 रुपये क्विंटल तक दर्ज किया गया. नादिया जिले के बेठुआदहारी मंडी में जूट का न्यूनतम दाम 4950 रुपये, अधिकतम दाम 5250 रुपये और औसत दाम 5050 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. इसी तरह मुर्शिदाबाद की बेलडांगा मंडी में जूट का न्यूनतम भाव 5600 रुपये, अधिकतम 5700 और औसत 5650 रुपये दर्ज किया गया.

पूर्ब बर्धमान जिले की कालना मंडी में जूट का न्यूनतम दाम 5700 रुपये, अधिकतम 5800 रुपये और औसत 5750 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया. इसी जिले की कटवा मंडी में न्यूनतम 5700 रुपये, अधिकतम 5900 और औसत 5800 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया. पश्चिमी मेदिनीपुर की घटल मंडी में जूट का न्यूनतम दाम 5100 रुपये, अधिकतम 5300 रुपये और औसत 5200 रुपये दर्ज किया गया. मुर्शिदाबाद की लालबाग मंडी में इसका न्यूनतम भाव 5550 रुपये, अधिकतम 5650 रुपये और औसत भाव 5600 रुपये दर्ज किया गया. नादिया जिले की नादिया मंडी में इसका न्यूनतम दाम 5050 रुपये, अधिकतम 5250 रुपये और औसत भाव 5100 रुपये दर्ज किया गया.

इसी तरह ओडिशा में भी इसके अच्छे रेट मिलते रहे हैं. यहां इसका भाव 4500 रुपये क्विंटल से लेकर 6000 रुपये क्विंटल तक देखा गया है. किसी मंडी में इसका औसत भाव 5000 रुपये से कम दर्ज नहीं किया गया है. ऐसे में कच्चे जूट का एमएसपी घोषित होने के बाद किसानों को राहत मिली है क्योंकि जूट के भाव पहले से ही अच्छे मिल रहे हैं. अगर भाव में किसी तरह की गिरावट आती है तो उन्हें एमएसपी के जरिये उपज बेचकर फायदा मिल सकेगा.

 
 

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