भारत विविधताओं से भरा देश है. भारत के अलग-अलग शहर अपनी अलग-अलग पहचान के लिए जाने जाते है. कई शहर अपने अनोखे नाम के लिए तो कई अपने खास व्यंजनों और उत्पाद के तौर पर जाने जाते हैं. खास बात यह है कि कुछ शहरों की पहचान सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर बनी हुई है. ये पहचान विदेशी पर्यटकों को यहां खींच लाती है. इसी कड़ी में आज हम बात करेंगे मसालों की.
दरअसल भारत के मसालों की प्रसिद्धि भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक है. हर साल भारत से बड़ी मात्रा में मसालों का निर्यात किया जाता है, जो कि यूरोप समेत अन्य देशों तक पहुंचता है. पर क्या आप जानते हैं कि भारत के किस राज्य को "मसालों का बगीचा" कहा जाता है? आइए जानते हैं.
भारत में एक राज्य ऐसा भी है, जिसे मसालों का बगीचा कहा जाता है. आपको बता दें कि केरल को मसालों का बगीचा कहा जाता है. यहां का मसाला काफी बेहतर माना जाता है. यहां की जलवायु और मिट्टी मसाला उत्पादन के लिए काफी बेहतर है. इस वजह से यहां मसालों का बंपर उत्पादन होता है. यही वजह है कि केरल को भारत का मसाला उद्यान कहा जाता है. इस राज्य का कोचीन पोर्ट मसालों के व्यापार के लिए जाना जाता है, जहां पूरी दुनिया से लोग मसालों की खरीदारी के लिए पहुंचते हैं
भारत के कई राज्यों में अलग-अलग मसालों की खेती बड़े पैमाने पर होती है. वहीं भारतीय घरों में मसालों का अहम स्थान होता है. इसके बगैर हम किसी भी तरह के स्वादिष्ट व्यंजन की कल्पना नहीं कर सकते हैं. इलायची, काली मिर्च, धनिया, हरी मिर्च, तेजपत्ता और लहसुन ऐसे मसाले हैं, जो हर घर में इस्तेमाल किए जाते हैं. ये सभी मसाले भोजन को टेस्टी बनाने के साथ- साथ आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी काम करते हैं.
इलायची- इलायची दो तरह की होती है. एक हरी इलायची जिसका उपयोग स्वाद के साथ-साथ माउथ फ्रेशनर के रूप में भी उपयोग होता है. दूसरी काली इलायची इसके सेवन से कई तरह की बीमारियां भी दूर होती है. इलायची के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है. जुकाम और गले की खराश दूर होती है. इसके साथ ही ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है.
दालचीनी- दालचीनी एक ऐसा मसाला है. इसके उपयोग से खाने का स्वाद बढ़ जाता है. वही इसके सेहत से जुड़े फायदे भी भरपूर है. दालचीनी खाने से त्वचा स्वस्थ रहता है. वहीं बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को यह कम रखना है. साथ ही जोड़ों के दर्द में भी ये फायदेमंद होता है.
लौंग- मसालों में लौंग का नाम काफी महत्वपूर्ण है. लौंग का उपयोग खाने के साथ-साथ दवाइयां में भी किया जाता है. लौंग के उपयोग से दांत के दर्द, मुंह की दुर्गंध, पाचन तंत्र को ठीक करना, जोड़ों के दर्द में लाभकारी माना गया है. इसके अलावा सर के दर्द को ठीक भी करता है.