मौजूदा समय में लोग स्वस्थ रहने के लिए कई तरह की सब्जी, साग या फल का सेवन करते हैं. इनमें से कई सब्जी ऐसी है जो हर घर में लोगों के आहार का प्रमुख हिस्सा है. ऐसी ही एक सब्जी है जो सर्दियों के मौसम में मिलने वाली पत्ता गोभी जैसी होती है. इस गोभी को गांठ गोभी या नोल-खोल के नाम से जाना जाता है. यूरोप और एशिया में आमतौर पर खाई जाने वाली यह एक बेहतरीन सब्जी है. भारत के अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है.
यह कश्मीरी व्यंजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. गांठ गोभी खाने के कई तरीके हैं. जानकारों के मुताबिक, इसे कच्चा या पकाकर किसी भी तरह से खाया जा सकता है. इसके अलावा इसकी पत्तियां और तना दोनों को पकाकर खाया जाता है. इतना ही नहीं, गांठ गोभी खाने के कई फायदे भी हैं. ऐसे में आइए जानते हैं क्या हैं इसके फायदे.
गांठ गोभी सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होती है. इसमें एंटी एजिंग तत्व पाए जाते हैं. साथ ही इसमें विटामिन बी के साथ प्रोटीन भी अन्य सब्जियों की तुलना में अधिक होता है. इसमें विटामिन ए, सी और कैल्शियम, फास्फोरस भरपूर पाए जाते हैं. वहीं गांठ गोभी बीटा कैरोटीन का सबसे अच्छा स्रोत होता है जो शरीर में एक एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है.
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गांठ गोभी आहारीय फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है. फाइबर खाने से कब्ज, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती है. यह आम तौर पर गैस की समस्या में सुधार करता है. साथ ही आपके पोषक तत्व को शरीर में बनाए रखने की क्षमता को बढ़ाता है.
गांठ गोभी को वजन घटाने वाले आहार के लिए उत्तम सब्जी माना जाता है. इसके अलावा इससे आंखें तेज होती हैं, मोतियाबिंद की समस्या कम या धीमी होती है. इसके अलावा गांठ गोभी खाने से डाइजेशन सिस्टम दुरुस्त रहता है. कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है.
गांठ गोभी के बीज जुलाई के शुरू से लेकर जुलाई के मध्य तक खेत में बोए जाते हैं. इसकी खेती अच्छे जल निकास वाली मिट्टी में की जाती है. इसके बीजों को भी सूरज की रोशनी की बहुत जरूरत होती है. बीज लगभग आधा इंच गहराई में और लगभग 6-8 इंच की दूरी पर बोए जाते हैं. साथ ही अंकुरण और वृद्धि के लिए मिट्टी को लगातार नम रखना भी जरूरी है. गांठ गोभी को पूरी तरह से तैयार होने में आमतौर पर लगभग 55-60 दिन लगते हैं.