Sahyadri Farms अंगूर-अनार, आम और केला किसानों का नुकसान घटाएगी, 1400 FPO के साथ कारोबार शुरू

Sahyadri Farms अंगूर-अनार, आम और केला किसानों का नुकसान घटाएगी, 1400 FPO के साथ कारोबार शुरू

अंगूर, अनार, आम और केला फसलों की कटाई के बाद किसानों को नुकसान से बचाने के लिए बागवानी वैल्यू चेन को बढ़ावा देंगे. फलों की शेल्फ लाइफ कम होने के चलते समय के साथ इनकी क्वालिटी खराब होने लगती है. इस समस्या को दूर करने के लिए बागाना से मार्केट तक पहुंच बेहतर करने के लिए वैल्यू चेन को बेहतर किया जाएगा. 

सह्याद्रि फार्म्स 1400 किसान उत्पादक संगठनों के साथ काम करेगी. सह्याद्रि फार्म्स 1400 किसान उत्पादक संगठनों के साथ काम करेगी.
रिजवान नूर खान
  • Noida,
  • Jan 22, 2025,
  • Updated Jan 22, 2025, 4:54 PM IST

किसानों के उत्पादों को सही कीमत और मार्केट उपलब्ध कराने के लिए सह्याद्रि फार्म्स (Sahyadri Farms) ने 1400 किसान उत्पादक संगठनों के साथ काम करेगी. विस्तार योजना के तहत सह्याद्रि ने किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO) बेंगलुरु के साथ एमओयू साइन किया है. दोनों संस्थान मिलकर कर्नाटक के किसानों को अच्छी कीमत और बाजार उपलब्ध कराएंगे. इससे किसानों को उपज नुकसान घटेगा और आय में बढ़ोत्तरी होगी. 

खेती-किसानी के विकास के लिए किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO), बेंगलुरु ने सह्याद्री किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड (SFPCL) और नासिक में सह्याद्री ग्रामीण विकास फाउंडेशन (SRDF) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. बयान में कहा गया कि इस साझेदारी का उद्देश्य कर्नाटक में 1460 से अधिक एफपीओ को मजबूत करना है. किसान उत्पादक संगठनों की स्थिरता, मापनीयता और बढ़ोत्तरी करने पर तीनों संस्थान मिलकर काम करेंगे. 

फलों की खेती के लिए वैल्यू चेन बढ़ेगी  

तीनों संस्थान अंगूर, अनार, आम और केले जैसी फसलों के लिए किसानों का नुकसान बचाने के लिए बागवानी वैल्यू चेन को बढ़ावा देंगे. फलों की शेल्फ लाइफ कम होने के चलते समय के साथ इनकी क्वालिटी खराब होने लगती है. इससे किसानों को मिलने वाली कीमत भी घटती जाती है. इस समस्या को दूर करने के लिए बागाना से मार्केट तक पहुंच बेहतर करने के लिए वैल्यू चेन को बेहतर किया जाएगा. 

एफपीओ को मजबूत करने के लिए यह काम करेंगे 

  1. क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण : एफपीओ बोर्ड के सदस्यों और सीईओ को नेतृत्व और शासन कौशल से लैस करना.
  2. नॉलेज शेयरिंग : टिकाऊ खेती और वैल्यू चेन मैनेजमेंट में सह्याद्री की विशेषज्ञता को साझा करना.
  3. एक्सपोजर विजिट : किसानों और अधिकारियों के लिए सह्याद्री फार्म में व्यावहारिक सीखने के अवसर.
  4. मूल्य शृंखला विकास: अंगूर, अनार, आम और केले जैसी फसलों के लिए बागवानी वैल्यू चेन को बढ़ाना.
  5. निर्यात संवर्धन : कर्नाटक के बागवानी उत्पादों के लिए गुणवत्ता में सुधार और बाजार पहुंच का विस्तार करना.
  6. संस्थागत विकास : समग्र विकास के लिए कर्नाटक के विकास विभागों के साथ सहयोग करना.

सह्याद्रि की विशेषज्ञता से लाभ लेंगे एफपीओ 

सह्याद्री की फसल कटाई के बाद के प्रबंधन, वैल्यू एडीशन और इंटीग्रेटेड वैल्यू चेन मॉडल में एक्सपर्टीज हैं. जिसकी मदद से कर्नाटक के एफपीओ हाई रिटर्न, बेहतर प्रशासन और बढ़ी हुई बाजार कीमतें हासिल कर सकेंगे. किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO) को भारत में 2017 में पहली बार स्थापित किया गया था. यह केंद्र पूरी तरह से FPO के विकास के लिए काम करता है.

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