Navratri 2023: मखाना खाने के हैं कई फायदे, जानें कैसे किया जाता है तैयार

Navratri 2023: मखाना खाने के हैं कई फायदे, जानें कैसे किया जाता है तैयार

मखाने की खेती तालाबों में या पानी वाले जगहों में की जाती है. मखाने का पौधा कमल के पौधों की तरह दिखता है. इसके पत्तों का आकार बेहद बड़ा होता है और मखाने का फल इन्हीं पत्तों में लगता है. मखाने की खेती करना अपने आप में एक चुनौती है. उससे भी बड़ी चुनौती मखाने को खाने के लायक बनाना है.

जानें कैसे तैयार किया जाता है मखाना
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Mar 24, 2023,
  • Updated Mar 24, 2023, 4:03 PM IST

जब बिहार की बात आती है, तो खाद्य समग्रियों में लोगों के मन में सबसे पहले मखाने का खयाल आता है. पौष्टिक गुणों से भरपूर होने के अलावा इसका स्वाद इतना लाजवाब होता है कि हर कोई इसका दीवाना होता जा रहा है. शायद यही वजह है कि इसकी डिमांड दिन दोगुनी और रात चौगुनी बढ़ती जा रही है. मखाने की खेती करने वाले किसानों के लिए यह किसी सुनहरे वक्त से कम नहीं है. खासकर तब, जब बाजारों में मखाने की मांग सबसे ज्यादा है. इस समय पूरे देश में नवरात्रि मनाई जा रही है. इस समय भक्त माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास रख रहे हैं और फल और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर रहे हैं. ऐसे में इस समय सबसे ज्यादा मखाने की खपत हो रही है, जिससे बाजारों में मखाने की मांग लगातार बनी हुई है. ऐसे में आइए आज जानते हैं कैसे तैयार होता है यह स्वादिष्ट मखाना- 

बिहार में सबसे ज्यादा होती है मखाने की खेती

बिहार में मखाने की खेती सबसे अधिक की जाती है. आकड़ों पर नजर डालें तो बिहार में मखाने के कुल उत्पादन का लगभग 80 से 90 प्रतिशत तक पैदावार होता है. मखाना को इतना पवित्र माना जाता है कि इसे व्रत के भोजन में सबसे अधिक खाया जाता है. भुने हुए मखाने से लेकर खीर तक में इसका इस्तेमाल किया जाता है. मखाने का स्वाद ना केवल देश बल्कि विदेशों में भी काफी मशहूर है.

कैसे तैयार किया जाता है स्वादिष्ट मखाना

मखाने की खेती तालाबों में या पानी वाले जगहों में की जाती है. मखाने का पौधा कमल के पौधों की तरह दिखता है. इसके पत्तों का आकार बेहद बड़ा होता है और मखाने का फल इन्हीं पत्तों में लगता है. मखाने की खेती करना अपने आप में एक चुनौती है. उससे भी बड़ी चुनौती मखाने को खाने के लायक बनाना है. आप यह सोच रहे होंगे कि मखाने को डाइरेक्ट पौधे से तोड़कर खाया जा सकता है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है.

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मखाने को आपकी थाली में पहुँचने से पहले कई चरणों से होकर गुजरना पड़ता है. मखाने की फसल जब तैयार हो जाती है तो उसे पानी से मजदूरों द्वारा निकाला जाता है. ये मजदूर इस काम में माहिर होते हैं. ये लोग पहले पानी से मखाने की फसल को छान कर बाहर निकलते हैं. फिर उसे गरम कड़ाही में भुना जाता है. जब वह आग पर पूरी तरह पक जाता है तो उसे कूट कर मखाने को तैयार किया जाता है. जिसके बाद मखाना आपके स्वाद और सेहत को बढ़ाने के लिए तैयार होता है.

मखाना खाने के हैं कई फायदे

वहीं मखाना खाने के फ़ायदों के बारे में बात करें तो इसके कई फायदे हैं. जिस वजह से इसकी मांग और अधिक बढ़ जाती है. मखाना सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद माना जाता है. यह खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है साथ ही इससे शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. खासतौर पर पुरुषों को इसे खाने की खास सलाह दी जाती है. मखानों में कोलेस्ट्रॉल, फैट और सोडियम की अच्छी मात्रा होती है. जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है. वहीं दूसरी ओर मखाना प्रोटीन से भरपूर होने के साथ-साथ ग्लूटेन फ्री भी होता है.
 

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