
देश में जहां दक्षिण पश्चिमी मॉनसून में बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़े तो वहीं अब उत्तर पश्चिम मॉनसून की बेरुखी परेशान कर रही है. कम बारिश की वजह से देश के वो अहम जलाशय जो किसानों के लिए सिंचाई का बड़ा स्त्रोत हैं, संकट में आ गए हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार देश के 166 बड़े जलाशयों में स्तर गिरता जा रहा है. पिछले हफ्ते से उत्तर पश्चिम मॉनसून के रूठे होने की वजह से जलाशयों का स्तर 90 फीसदी से भी नीचे चला गया है. देश में जारी रबी के सीजन के बीच ही जलाशयों का गिरता स्तर चिंता का विषय है.
पोस्ट मॉनसून बारिश में 23 फीसदी की कमी का सीधा असर जलाशयों पर पड़ा है. सेंट्रल वॉटर कमीशन (सीडब्लूसी) के हालिया आंकड़ों में जलाशयों की कम होती क्षमता के बारे में बताया गया है. कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार बड़े जलाशयों में पानी का लेवल 183.565 अरब क्यूबिक मीटर (BCM)की क्षमता के मुकाबले 161.218 बिलियन क्यूबिक मीटर ही रह गया है. रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों में ही पानी का स्तर 90 फीसदी ऊपर हैं.
वहीं देश के पूर्वी हिस्सों में यह 80 फीसदी से नीचे था. कमीशन की मानें तो इन्हीं जलाशयों में एक साल पहले 7 प्रतिशत ज्यादा पानी था. जबकि एक दशक में यह सामान्य से 21 प्रतिशत ज्यादा था. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पिछले हफ्ते मॉनसून की बारिश में कमी जरूर हुई है.
लेकिन इसके बावजूद 1 अक्टूबर से पोस्ट-मॉनसून बारिश में 26 नवंबर तक 25 परसेंट का इजाफा दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के देश के 730 जिलों में से कम से कम 59 परसेंट जिलों में, खासकर उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में, ज्यादा बारिश हुई है. वहीं 17 परसेंट जिलों में कम बारिश दर्ज की गई है. मॉनसून की अच्छी बारिश के चलते और बेहतर स्टोरेज की वजह से 21 नवंबर तक रबी की बुआई में कोई भी मुश्किल नहीं आई है. इस तारीख तक रबी फसलों की बुआई में 12 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है. सीडब्लूसी के अनुसार पश्चिमी क्षेत्र के 53 जलाशयों में पानी का लेवल 37.357 BCM क्षमता का 95 परसेंट यानी 36.297 BCM था.
मध्य क्षेत्र के 28 जलाशयों में, स्टोरेज 43.772 BCM था, जो 48.588 BCM क्षमता का 90 परसेंट था. वहीं दक्षिणी हिस्से में 47 बांधों में पानी का लेवल 55.287 BCM क्षमता का 85 परसेंट यानी 47.155 BCM था. तमिलनाडु और तेलंगाना में लेवल 90 परसेंट से ज्यादा था. वहीं आंध्र प्रदेश में यह 88 परसेंट और केरल और कर्नाटक में 81 परसेंट था.
अगर बात करें तो उत्तरी क्षेत्र की तो 11 जलाशयों में पानी 19.836 BCM क्षमता का 84 परसेंट यानी 16.619 BCM भरा हुआ था. वहीं पूर्वी क्षेत्र के 27 जलाशयों में, स्टोरेज 21.759 BCM क्षमता का 80 परसेंट यानी 17.374 BCM थी. आईएमडी का कहना है कि अगले हफ्ते दक्षिणी प्रायद्वीप और पूर्वी तट पर भारी बारिश के कारण दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में स्टोरेज लेवल में सुधार होने की उम्मीद है. दूसरी तरफ चक्रवात दितवाह के तमिलनाडु-आंध्र तट की ओर बढ़ने से भी पानी का स्तर बढ़ने की संभावना है.
यह भी पढ़ें-