महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है. नांदेड़ के मुखेड़ तहसील में सोमवार को भारी बारिश हुई. मुखेड़ तहसील के मुकरमाबाद गांव में बाढ़ के पानी में 40 से 50 भैंसों के डूबने की सूचना है. लेंडी बांध के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के कई गांवों में पानी जमा हो गया है. नांदेड़ के मुखेड़ तहसील के पांच से छह गांव बाढ़ की चपेट में हैं. कई जानवरों की मौत हो गई और साथ ही फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
एनडीआरएफ की टीम रावनगांव पहुंच गई है. पानी में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं. एनडीआरएफ टीम की तरफ से युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. देगलुर मुकराबाद मार्ग तालाब में तब्दील हो गया है. सड़क पर चल रही एक कार पानी में डूब गई. रस्सी की मदद से कार को बाढ़ के पानी से बाहर निकालने का प्रयास किया गया. लेंडी बांध देगलुर मुकराबाद मार्ग के तालाब में तब्दील हो जाने के कारण स्थिति गंभीर हो गई है. सड़क पर खड़ी कार पानी में डूब गई.
नांदेड़ जिले के मुखेड़ तहसील में भारी बारिश के कारण लातूर, उदगीर और कर्नाटक क्षेत्रों से भारी मात्रा में पानी बहकर आ रहा है. इसकी वजह से लेंडी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और नदी का पानी कुछ गांवों में घुस गया है. चूंकि पुनर्वासित गांवों रावनगांव, भसवाड़ी, भिंगेली और हसनाल के कुछ नागरिक अपने मूल स्थानों पर रह रहे हैं, इसलिए बाढ़ के पानी में फंसने की घटनाएं हुई हैं.
मुखेड़ तहसील के गांवों में खोज और बचाव कार्य जारी है. रावनगांव में करीब 225 नागरिक बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं. फंसे हुए 7-8 लोगों को पानी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. सड़क पर करीब 15-16 नागरिक फंसे हुए हैं और टीम द्वारा खोज एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हसनाल में लगभग 7-8 नागरिक फंसे हुए हैं और टीम द्वारा खोज एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है. भसवाड़ी में 20 नागरिक सुरक्षित हैं और बचाव कार्य जारी है.
भिंगेली में लगभग 40 नागरिक सुरक्षित हैं और बचाव कार्य जारी है. ये सभी नागरिक बाढ़ में फंसे हुए थे। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, राज्य आपदा बल, पुलिस, अग्निशमन विभाग, क्यूआरटी और स्थानीय लोगों की खोज एवं बचाव टीम ने उन्हें खोजकर सुरक्षित बचा लिया. जिलाधिकारी राहुल कर्डिले कड़ी निगरानी रख रहे हैं और उप-विभागीय अधिकारी देगलुर और तहसीलदार मुखेड़ भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव कार्य कर रहे हैं. जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं। यह जानकारी जिलाधिकारी डॉ. राहुल कर्डिले ने दी.
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