कृषि मंत्रालय से संबंधित अनुदान की मांगों पर चर्चा के दौरान कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष आलोचना को भी सुने, सिर्फ आरोपों की राजनीति नहीं करे. उन्होंने कहा, हम तो आलोचना का भी स्वागत करते हैं, लेकिन विपक्षी सदस्यों का रुख बहुत गलत है. विपक्ष के शोरगुल शिवराज सिंह ने कहा कि टोकाटोकी की आदत नहीं, मैं साफ दिल का इंसान हूं. विपक्षी मेरे उत्तर से घबरा रहे, इसलिए मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं. मैं सोचता था कि विपक्ष कोई सार्थक चर्चा करेगा, लेकिन खोदा पहाड़ और निकली चुहिया. कृषि मंत्री ने यह भी साफ किया कि बिहार के बेगूसराय में ही मक्का रिसर्च सेंटर रहेगा. कर्नाटक में दूसरा सेंटर बनाया जाएगा.
कृषि मंत्री ने कहा, मैंने कृषि मंत्रालय संभालने के बाद लाल किले की प्राचीर से हुए सारे भाषण सुने. दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री किसानों के प्रति कम संवेदनशील रहे. किसान अन्नदाता, किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा के समान, यह बीजेपी का दृष्टिकोण है. बीजेपी-एनडीए की सरकार में किसानों-कृषि के लिए बजट ऐतिहासिक बढ़ाया गया. कांग्रेस सरकार के समय कृषि के लिए बहुत कम बजट रहा. लेकिन विजनरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चमत्कारिक काम हो रहे हैं. कृषि एवं किसान कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद.
कृषि मंत्री ने कहा कि खाद्यान्न और फल-सब्जियों के उत्पादन और उत्पादकता में लगातार वृद्धि हो रही है. इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी की सुव्यवस्थित रणनीति से अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं. मोदी सरकार की नीति-रीति किसानों को सशक्त करने की है, किसान मजबूत होगा तो देश समृद्ध होगा. जिन्होंने खेत नहीं देखे, पगडंडियां नहीं देखी, मिट्टी नहीं जानते, वे किसान हित की बात करते हैं. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में उर्वरकों के संतुलित उपयोग का काम हो रहा है. खेती में निवेश प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में बढ़ा, अल्पकालिक ऋण में भी काफी वृद्धि की गई.
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उन्होंने कहा, कृषि यंत्रीकरण के काम में भी तेजी आई, जिससे किसानों के लिए सुविधाएं बढ़ी हैं. विपक्षी अनुमान ही लगाते रहे और नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना बना दी. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के करोड़ों किसान भाइयों-बहनों को सहायता मिली है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ने छोटे किसानों की जिंदगी बदलने का काम किया है. 2.54 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खाद सब्सिडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए दी है. हर साल कीमत बढ़ाने वाले आज सिर्फ बातें कर रहे हैं, जबकि मोदी सरकार ने किसानों को राहत दी.
कृषि मंत्री ने कहा, हम किसानों को किसी भी कीमत पर महंगी खाद नहीं खरीदने देंगे, यह मोदी जी का कमिटमेंट है. हमने 10 हजार नए एफपीओ बनाए, किसानों के ऑनलाइन व्यापार के लिए ई-नाम की व्यवस्था भी की. कांग्रेस के तीन मंत्रियों ने किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की प्रमुख सिफारिश खारिज कर दी थी. नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर एमएसपी तय की. किसानों से एमएसपी पर खरीदी मोदी सरकार के समय में सर्वाधिक 22.38 लाख करोड़ रुपये की हुई है. हमने पीएम-आशा योजना बनाई और इसके अंतर्गत सोयाबीन सहित अन्य उपज की रिकॉर्ड खरीदी की. हमने कर्नाटक, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में खरीद की समय-सीमा बढ़ाई, कहीं भेदभाव नहीं किया. हमने बाजार हस्तक्षेप योजना बनाई, ताकि उपज के भाव कम होने पर किसानों को नुकसान नहीं हो.
कृषि मंत्री ने कहा, टमाटर, आलू, प्याज की राज्यों के माध्यम से खरीदी करने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा दी जाती है. बाजार हस्तक्षेप योजना अंतर्गत किसानों के परिवहन की लागत केंद्र द्वारा वहन करने की व्यवस्था की. सकारात्मक सुझावों का सदैव स्वागत है, अच्छे सुझावों पर विचार करके लागू करने का काम हम करेंगे. मसूर के दाम कम नहीं होने देने के लिए उपाय किया, अरहर, मसूर, उड़द की शत-प्रतिशत खरीदी करेंगे. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को सरल बनाया, पहले ब्लॉक इकाई थी, हमने गांव को इकाई बनाया. स्थानीय आपदा का प्रावधान पहले नहीं था, मोदी सरकार ने इसे जोड़ा, जिससे किसानों को फायदा हुआ. पहले क्षति आकलन परंपरागत तरीके से होता था, हमने सैटेलाइट आदि अत्याधुनिक प्रक्रिया अपनाई है. क्लेम देने में देरी पर बीमा कंपनियों द्वारा 12 प्रतिशत ब्याज देने का प्रावधान मोदी सरकार ने किया.
कृषि मंत्री ने कहा, एक लाख करोड़ रुपये के एग्रीकल्चर इंफ्रा फंड की स्कीम से 51783 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है. किसान और विज्ञान को जोड़ने पर जोर है, लैब टू लैंड के लिए मोदी सरकार ने पहल की है. मोदी जी की सरकार ने डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन प्रारंभ किया जिसमें डिजिटल किसान आईडी अब अलग से बनेगा. बेगूसराय के मक्का अनुसंधान केंद्र के संबंध में शिवराज सिंह ने संसद में कहा, कोई भी भ्रम फैलाने का काम नहीं करें, बेगूसराय में ही मक्का अनुसंधान केंद्र रहेगा, कर्नाटक में हम अलग से केंद्र खोलने का काम करेंगे. किसानों के लिए बजट में पीएम धनधान्य योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की गई है.
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार कृषि-किसान कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है. किसान खेती की आत्मा है, जीवनदाता-अन्नदाता है, विकसित भारत के लिए समृद्ध खेती हमारा लक्ष्य है. आज भारत अपनी घरेलू जरूरतों के साथ ही दुनिया की खाद्य आवश्यकताओं की भी पूर्ति करता है. सारी दुनिया को परिवार मानने वाले हमारे भारत को हम दुनिया का फूड बास्केट बनाएंगे. चुनौतियों का मुकाबला-समाधान करने के लिए हमने विशेष योजनाएं बनाई है. सरकार ने तिलहन पर राष्ट्रीय मिशन शुरू किया है, उच्च उपज जलवायु अनुकूल बीज किस्में बढ़ाएंगे. हमारा लक्ष्य कृषि निर्यात को बढ़ाना, विस्तार करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है. क्लीन प्लांट प्लांट प्रोग्राम भी चलाया है, कृषि में विविधीकरण करने पर हम लगातार ध्यान दे रहे हैं. भारत आज विश्व बंधु है, कल विश्व गुरु बनेगा, भारत विकसित बनेगा, जिसमें कृषि का महत्वपूर्ण योगदान होगा.
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