आगरा में मिलावटखोर दूध माफिया चंद पैसों की खातिर लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. हाल ही में हुई एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया, जब दो छोटे बच्चों की मिलावटी दूध पीने से मौत हो गई. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया.
शनिवार सुबह आगरा-बाह रोड के पास ग्राम अरनैटा में एक टैंकर पकड़ा गया, जिसमें 5000 लीटर मिलावटी दूध था. खाद्य विभाग की टीम ने इसे जब्त कर सड़क पर बहा दिया. टैंकर बिना थर्मास्टेट के था, जिससे साफ पता चलता है कि दूध की क्वालिटी पर ध्यान नहीं दिया गया था.
टैंकर चालक रविंद्र रावत ने बताया कि वह मुरैना, मध्य प्रदेश से यह दूध लेकर आया था. उसने बताया कि दूध कैलारस स्थित त्यागी डेयरी से लाया गया था, जो सुखेंद्र त्यागी नाम के व्यक्ति द्वारा संचालित की जाती है. खाद्य विभाग ने डेयरी से जुड़े सभी दस्तावेज और सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं.
खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त महेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रथम दृष्टया दूध मिलावटी और नकली पाया गया है. दूध की कीमत करीब 1.25 लाख रुपये आंकी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दूध सप्लाई करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.
इस पूरी कार्रवाई की वजह बनी कागारौल गांव की एक दुखद घटना. यहां पशु व्यापारी भूरा के 11 महीने के बेटे अवान और 2 साल की बेटी माहिरा ने गुरुवार रात दूध पीया था. सुबह दोनों की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि यह दूध जगनेर स्थित बच्चू की डेयरी से लाया गया था.
एफएसडीए की टीम ने बच्चू की डेयरी पर छापा मारा और वहां से दूध के नमूने एकत्र किए. ये सैंपल अब लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
खाद्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे दूध खरीदते समय सावधानी बरतें और केवल लाइसेंस प्राप्त डेयरी या दुकानों से ही दूध लें. किसी भी प्रकार की शंका होने पर तुरंत विभाग को सूचना दें.