Vermi Compost यूनिट लगाने से म‍िलता है मोटा मुनाफा! यहां समझें कमाई का पूरा गण‍ित

Vermi Compost यूनिट लगाने से म‍िलता है मोटा मुनाफा! यहां समझें कमाई का पूरा गण‍ित

वर्मी कंपोस्ट के बिजनेस को लेकर सोशल मीडिया पर काफी वीडियो देखने को मिलती है जिसमें ये दावा किया जाता है कि चंद महीनों में ही आप इस काम से लाखों रुपये कमा सकते हैं और एक सफल व्यक्ति बन सकते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे कुछ और ही है.

अपनी वर्मी कंपोस्ट यूनिट पर शशिअपनी वर्मी कंपोस्ट यूनिट पर शशि
अंकित शर्मा
  • Noida,
  • Apr 30, 2023,
  • Updated Apr 30, 2023, 6:05 PM IST

नि‍जी सेक्टर में अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर शशि हरियाणा में फरीदाबाद के गांव पावटा में बीते कुछ वर्षों से वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम कर रही हैं. शशि ने करीब 15 वर्षों तक विभिन्न NGO के लिए काम किया है और अब वह धरातल पर अपने पुराने अनुभव के साथ किकाबोनी फार्म का संचालन कर रही हैं, जिसमें वह केंचुआ खाद बनाने और जैविक खेती करने का काम कर रही हैं. 
वर्मी कंपोस्ट के बिजनेस को लेकर सोशल मीडिया पर काफी वीडियो देखने को मिलती है, जिसमें ये दावा किया जाता है कि चंद महीनों में ही आप इस काम से लाखों रुपये कमा सकते हैं और एक सफल व्यक्ति बन सकते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे कुछ और ही है. 

किसान तक से बात करते हुए शशि ने अपना अनुभव साझा करते हुए हमें बताया कि वर्मी कंपोस्ट यूनिट को शुरू करने से लेकर इस बिजनेस को सही मुकाम तक ले जानें और मुनाफा कमाने में में कितना समय लगता है. शशि ने अपने फार्म पर 25 बेड से शुरूआत की थी और आज उनकी यूनिट पर 250 बेड पर केंचुआ खाद बनाई जा रही है.

शशि ने बताया कि उन्हें इस काम में किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है और इंटरनेट की दुनिया में जो लोग इस काम से लाखों का मुनाफा कमाने की बात करते हैं तो उसकी सच्चाई क्या है.

ये भी पढ़ें-  Mustard Procurement: नाफेड ने एमएसपी पर खरीदा 1.69 लाख टन सरसों, क‍िसानों को म‍िले 922 करोड़ रुपये

मौसम का वर्मी कंपोस्ट यूनिट पर पड़ता है असर

वर्मी कंपोस्ट के काम में केंचुए का बड़ा योगदान होता है और बदलते मौसम में इसपर सीधा प्रभाव पड़ता है, गर्मियों में भी काफी केंचुए मर जाते हैं तो वहीं सर्दी में ये अच्छा कार्य करते हैं और इनकी संख्या भी बढ़ती है और इससे वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन में सीधा फर्क पड़ता है.

लोगों में है जानकारी का अभाव

क‍िसान तक से बातचीत में शश‍ि बताती हैं क‍ि देश में बढ़ रहे वर्मी कंपोस्ट के चलन के बीच भी लोगों में इस काम को लेकर जानकारी का अभाव देखने को मिलता है और यह भी एक स्वाभाव‍िक प्रक्रिया है. असल में जब धरातल पर इस कार्य को करते हैं तभी आपको केंचुए और इस कार्य से जुड़े नए अनुभव मिलते हैं. 

ये भी पढ़ें-  Mango Variety: इस आम के बचे हैं सिर्फ 8 पेड़, नाम है नूरजहां, जान लें पूरी कहानी

वर्मी कंपोस्ट में कमाई के गणित को समझें 

शशि ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट बनाने में आने वाला खर्च मौसम पर भी निर्भर करता है. तो वहीं केंचुआ खाद करीब 2 से 4 रुपये प्रति किलोग्राम तक बनकर तैयार हो जाती और यह रिटेल बाजार में 4 रुपये से लेकर 10 रुपये तक बिक जाती है. यह कीमत बाजार की मांग और खाद की गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है. 

ऐसे मिल सकती है सफलता

शशि बताती हैं कि अगर आप वर्मी कंपोस्ट की यूनिट पर काम करते हैं तो इस कार्य को शुरू करने और इसको सफल बनाने के लिए समय की आवश्यकता होती है. परस्पर मजदूरों द्वारा बेड पर पानी लगाया जाए, केंचुए की संख्या बढ़ती रहे, गोबर भी सही जगह से लिया जाए. इन सबको ध्यान में रखते हुए जब आपकी फाइनल खाद तैयार हो तो उसकी मार्केटिंग और बाजार की समझ के अनुसार अपने कार्य को आगे बढ़ाएं.

 

MORE NEWS

Read more!