लखनऊ में बनेगा 200 एकड़ में UP का पहला बीज पार्क, जानिए क्या है योगी सरकार का प्लान

लखनऊ में बनेगा 200 एकड़ में UP का पहला बीज पार्क, जानिए क्या है योगी सरकार का प्लान

Seed Park in UP: यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश सरकार की इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में हर साल 50 लाख कुंटल बीज की जरूरत होती है, लेकिन अभी प्रदेश में केवल 30 लाख कुंटल बीज का उत्पादन होता है.

योगी सरकार इन बीज पार्कों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल (PPP Model) पर बनाएगी.योगी सरकार इन बीज पार्कों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल (PPP Model) पर बनाएगी.
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • Nov 19, 2024,
  • Updated Nov 19, 2024, 3:43 PM IST

कृषि उत्पादन बढ़ाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार तेज गति से काम कर रही है. इसी कड़ी में किसानों को उत्तम क्वालिटी के बीज उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार यूपी का पहला बीज पार्क (Seed Park) लखनऊ में स्थापित करने जा रही है. वहीं, ऐसे कुल 5 बीज पार्कों को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में निर्माण करने की योजना है. पहला बीज पार्क राजधानी लखनऊ (Lucknow) के अटारी में स्थापित होगा. यह बीज पार्क करीब 200 एकड़ में फैला होगा। वर्तमान में यूपी बीजों की बड़ी खेप दूसरे राज्यों से मंगाता है. प्रदेश सरकार इन बीज पार्कों को स्थापित कर यूपी को बीजों के मामले में आत्मनिर्भर बनाना चाहती है. 

5 बीज पार्कों को बनाने की है योजना

सरकार इन बीज पार्कों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल (PPP Model) पर बनाएगी. कुल पांच बीज पार्क प्रदेश के वेस्टर्न जोन, तराई जोन, सेंट्रल जोन, बुंदेलखंड और ईस्टर्न जोन में बनाए जाने की योजना है. इन पार्कों  में उन्नत हाइब्रिड बीजों का उत्पादन होगा, जिससे यूपी के किसानों को बेहतर गुणवत्ता वाले बीज आसानी से मिल सकेंगे. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश सरकार की इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में हर साल 50 लाख कुंटल बीज की जरूरत होती है, लेकिन अभी प्रदेश में केवल 30 लाख कुंटल बीज का उत्पादन होता है.

बीज पार्क के निर्माण से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

बीज पार्कों की स्थापना के बाद किसानों को बीज खरीद में कम पैसा निवेश करना पड़ सकता है. वर्तमान में यूपी 3 हजार करोड़ के बीज हर साल देश के दूसरे राज्यों से खरीदता है. माना जाए रहा है की इन बीज पार्कों की मदद से प्रदेश के कुल खर्च में भारी गिरावट आएगी. बीज पार्क के निर्माण भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. कृषि विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि यूपी गेहूं के बीजों का 22 फीसदी हिस्सा दूसरे राज्यों से आयात करता है. धान के मामले में यह आंकड़ा 51 फीसदी, मक्का का 74 फीसदी और दलहन तथा तिलहन के बीजों का आधे से ज्यादा हिस्सा अन्य राज्यों से आयात होता है. अब किसानों को कम मूल्य पर उच्च गुणवत्ता का बीज प्राप्त होगा, वहीं किसानों को बीज के दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. 

किसानों को मिलेंगे उत्तम क्वालिटी के बीज

उत्तर प्रदेश में सीड पार्क स्थापित करने को लेकर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें यूपी में सीड पार्क बनाने पर सहमति बनी है. बीते दिनों हैदराबाद में स्थित सीड पार्क के अधिकारियों से सुझाव लिए गए थे. कृषि मंत्री शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीड पार्क बनने से किसान भाइयों को कम लागत में उत्तम क्लाविटी के बीज उपलब्ध हो सकेंगे. सीड पार्क को स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि सीड पार्क के माध्यम से किसानों को कम दरों पर बीज उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि उपज की क्वालिटी बेहतर हो सके. वहीं, श्रीअन्न फसलों और मूंगफली की खेती के लिए हैदराबाद स्थित इक्रीसेट से उत्तम क्वालिटी के बीज लिए गए हैं. 

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