कपास की पत्तियां बताएंगी बीमारी का राज, इन 6 पोषक तत्वों की कमी के दिख जाएंगे लक्षण

कपास की पत्तियां बताएंगी बीमारी का राज, इन 6 पोषक तत्वों की कमी के दिख जाएंगे लक्षण

कपास में आमतौर पर नाइट्रोजन की कमी के लक्षण पुरानी पत्तियों में दिखते हैं. फिर धीरे-धीरे नई पत्तियों पर भी इसके संकेत दिखने लगते हैं. शुरुआत में पुरानी और बाद में नई पत्तियां पहले हल्के हरे रंग की होती हैं, उसके बाद हल्के पीले रंग की और अंत में पूरी तरह से पीली पड़ जाती हैं. यह नाइट्रोजन की कमी का संकेत है. ऐसी स्थिति में तुरंत नाइट्रोजन खाद का इंतजाम करना चाहिए.

 8 फीसदी कम कपास उत्पादन अनुमानों ने किसानों को अच्छी कीमत पाने के संकेत दिए हैं. 8 फीसदी कम कपास उत्पादन अनुमानों ने किसानों को अच्छी कीमत पाने के संकेत दिए हैं.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 26, 2024,
  • Updated Dec 26, 2024, 5:45 PM IST

कपास की फसल किसानों को नकदी फायदा देती है. यानी इसे जब चाहे बेचकर पैसे कमा सकते हैं. कपास जितना चमकदार होगा, उसे उतना ही अच्छा भाव मिलेगा. अगर उसमें पहले ही बीमारी लगी रहेगी, तो कमाई में भी बट्टा लगेगा. इसलिए किसान को शुरू में ही बीमारियों पर ध्यान देना चाहिए. किसान को कपास की बीमारी के लक्षण पहले ही पकड़ लेने चाहिए ताकि समय रहते उपचार हो सके. सवाल है कि क्या कोई उपाय है जिससे कपास की बीमारी को आसानी से पकड़ सकें? तो इसका जवाब हां है.

दरअसल, किसी भी फसल की पत्ती अपने आप में बहुत कुछ कहती है. बस आपको पत्ती की भाषा समझनी और परखनी होगी. आपको पत्ती देखकर पूरी फसल की सेहत के बारे में पता चल सकता है. तो आइए यहां कपास की पत्ती देखकर उसकी बीमारी के बारे में जान लेते हैं. जान लेते हैं कि अगर पत्ती कोई खास लक्षण दे रही है तो किस बीमारी का संकेत है.

1-नाइट्रोजन

कपास में आमतौर पर नाइट्रोजन की कमी के लक्षण पुरानी पत्तियों में दिखते हैं. फिर धीरे-धीरे नई पत्तियों पर भी इसके संकेत दिखने लगते हैं. शुरुआत में पुरानी और बाद में नई पत्तियां पहले हल्के हरे रंग की होती हैं, उसके बाद हल्के पीले रंग की और अंत में पूरी तरह से पीली पड़ जाती हैं. यह नाइट्रोजन की कमी का संकेत है. ऐसी स्थिति में तुरंत नाइट्रोजन खाद का इंतजाम करना चाहिए.

2-फॉस्फोरस

इस पोषक तत्व की कमी के लक्षण कपास के पौधे में पहले निचले या पुराने पत्ते में दिखते हैं. फिर ऊपरी पत्तों में भी इसके लक्षण दिखने लगते हैं. इसकी कमी से पत्तियां बैंगनी रंग की हो जाती हैं. पत्तियां कमजोर दिखाई देती हैं. ऐसा दिखने पर फॉस्फोरस डालने का इंतजाम करना चाहिए.

3-मैग्नीशियम

इस पोषक तत्व की कमी से कपास की पत्तियां लाल हो जाती हैं और शिराएं हरी रहती हैं. इस तरह के खास लक्षण पुरानी और परिपक्व पत्तियों पर अधिक दिखते हैं. पत्तियां ऐसी दिखें तो मान ले कि कपास में मैग्नीशियम की कमी है.

4-सल्फर

कपास में सल्फर की कमी के लक्षण पहले नई पत्तियों पर अधिक साफ दिखते हैं, जबकि पुरानी पत्तियां हरी रहती हैं. इसके नए पत्ते हल्के हरे से पीले रंग के हो जाते हैं. 

5-आयरन

कपास में आयरन की कमी के लक्षणों में कपास की ऊपरी पत्तियों पर पीलापन दिखाई देता है. क्लोरोसिस पहले नई पत्तियों में शिराओं के बीच हल्के पीले धब्बों के रूप में दिखता है और फिर नई पत्तियां हल्के हरे से हल्के पीले रंग की हो जाती हैं, जबकि पुरानी पत्तियां हरी और सामान्य रहती हैं. इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको आयरन की कमी दूर करनी चाहिए.

6-बोरॉन

कपास में बोरॉन की कमी के लक्षण पौधे के सबसे ऊपर पर दिखाई देते हैं. ऊपर की पत्तियों का सूखना, फुलडोडी और नए टिंडे का अधिक से अधिक झड़ना बोरॉन की कमी के लक्षण हैं. इससे कपास के पौधे पर कुछ बचता ही नहीं है. इसलिए बचाव के लिए समय रहते उपाय करना चाहिए.

 

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