DAP की जगह अब NPK और नैनो खाद से पाएं बेहतर पैदावार, कमाएं अधिक मुनाफा

DAP की जगह अब NPK और नैनो खाद से पाएं बेहतर पैदावार, कमाएं अधिक मुनाफा

किसानों के लिए अब DAP की जगह NPK और नैनो खाद का प्रयोग करना ज्यादा फायदेमंद है. इससे खेती की लागत कम होगी, उत्पादन बढ़ेगा और मिट्टी की गुणवत्ता भी बेहतर बनी रहेगी. इसलिए, इस बार अपनी फसलों के लिए वैज्ञानिकों की सलाह मानते हुए NPK और नैनो उर्वरकों को अपनाएं और बेहतर फसल उपजाएं.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 03, 2025,
  • Updated Jun 03, 2025, 4:52 PM IST

जिले के किसानों के लिए अच्छी खबर है. कृषि उप संचालक श्री यू.पी. बागरी ने कहा है कि परंपरागत डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) खाद की जगह अब एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश) और नैनो तकनीक आधारित खाद का उपयोग करना अधिक लाभदायक है. आपको बता दें डीएपी में सिर्फ दो पोषक तत्व होते हैं – नाइट्रोजन और फॉस्फोरस. लेकिन पौधों को पनपने के लिए पोटाश भी बहुत जरूरी होता है. एनपीके खाद में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस के साथ पोटाश भी होता है, जिससे पौधों की वृद्धि बेहतर होती है.

कम लागत में बेहतर उत्पादन

एनपीके खाद इस्तेमाल करने से किसानों को अलग से पोटाश खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती. इससे उनकी कुल लागत कम होती है और उत्पादन बढ़ता है. साथ ही मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है, जो फसल के लिए अच्छा है.

सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP) का उपयोग करें

डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) और एनपीके खाद का प्रयोग करना ज्यादा फायदेमंद होता है. एसएसपी से मिट्टी में सल्फर की आपूर्ति होती है, जो फसलों की सेहत के लिए जरुरी है. इसे खेत की तैयारी के समय डालना चाहिए ताकि फसल को अधिक फायदा मिले.

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DAP में फॉस्फोरस की कमी

डीएपी खाद में फॉस्फोरस की पूरी मात्रा पौधों तक नहीं पहुंच पाती. इसमें से केवल 39% फॉस्फोरस ही पानी में घुलकर पौधों को मिलता है. बाकी फॉस्फोरस मिट्टी में जमा हो जाता है, जिससे मिट्टी कठोर और सूखी हो जाती है. इससे जल धारण क्षमता घटती है और खेती प्रभावित होती है.

खास फसलों के लिए उर्वरक सुझाव

  • शंकर धान और शंकर मक्का के लिए एनपीके खाद का इस्तेमाल बहुत लाभकारी है.
  • दलहनी और तिलहनी फसलों में 80:40:30 के अनुपात में एनपीके और सल्फर की मात्रा दी जानी चाहिए.

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नैनो तकनीक आधारित उर्वरक

आज के जमाने में किसानों को नैनो तकनीक आधारित उर्वरक अपनाने की सलाह दी जा रही है. ये उर्वरक पौधों को जल्दी और सीधे पोषण पहुंचाते हैं, जिससे पैदावार बढ़ती है और मिट्टी भी स्वस्थ रहती है.

नैनो यूरिया और नैनो डीएपी

  • नैनो यूरिया में 20% नाइट्रोजन होता है.
  • नैनो डीएपी में 8% नाइट्रोजन और 16% फॉस्फोरस होता है.

इनका पत्तियों पर छिड़काव करने से पौधे जल्दी पोषक तत्व ग्रहण कर लेते हैं.

किफायती कीमत और ज्यादा असर

  • 500 मिलीलीटर नैनो यूरिया की कीमत 225 रुपये है.
  • 500 मिलीलीटर नैनो डीएपी की कीमत 600 रुपये है.

यह कीमत सामान्य खाद की तुलना में लगभग आधी है, लेकिन इसका असर अधिक होता है.

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