यूपी के नए सीड पार्क से जुड़ेंगे 40000 बीज उत्पादक किसान, 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

यूपी के नए सीड पार्क से जुड़ेंगे 40000 बीज उत्पादक किसान, 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए नए सीड पार्क की स्थापना की जा रही है. योगी कैबिनेट ने इसे लेकर गुरुवार को कैबिनेट बैठक में फैसला लिया. सीड पार्क पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के नाम पर होगा. इस पार्क से हजारों बीज उत्पादक किसान जुड़ सकेंगे. इसके अलावा हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.

सीड पार्कसीड पार्क
क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 15, 2025,
  • Updated May 15, 2025, 2:00 PM IST

उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए नए सीड पार्क की स्थापना की जा रही है. इससे राज्य के किसानों को बीज के लिए दूसरे राज्यों पर से निर्भरता कम हो जाएगी. दरअसल, योगी कैबिनेट ने इसे लेकर गुरुवार को कैबिनेट बैठक में फैसला लिया है. ये सीड पार्क पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के नाम पर बनाया जाएगा. इस पार्क से हजारों बीज उत्पादक किसान जुड़ेंगे, जिससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. प्रदेश में सीड पार्क की स्थापना जहां अन्य राज्यों पर बीज के लिए निर्भरता कम होगी. वहीं, स्थानीय रूप से बीज की उपलब्धता होने के साथ ही बीज की दरों में कमी भी आएगी. सीड पार्क में स्थापित बीज उ‌द्योगों के द्वारा कृषि क्षेत्र से प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 01 ट्रिलियन यूएस डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त किए जाने की पूर्ण संभावनाएं हैं.

कृषि क्षेत्र में सबसे बड़ा राज्य यूपी

उत्तर प्रदेश कृषि क्षेत्र की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है, जिसका कृषि क्षेत्रफल 162 लाख हेक्टेयर है, जो देश के कुल कृषित क्षेत्रफल का 11.82 प्रतिशत है. प्रदेश में खरीफ, रबी और जायद में लगभग 139.43 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता रहती है. जिसके मद्देनजर सरकारी अर्द्ध सरकारी तंत्र के माध्यम से लगभग 7 प्रतिशत, निजी क्षेत्र से 43 प्रतिशत और बचे हुए 50 प्रतिशत की पूर्ति किसान संरक्षित बीज से होती है.

कुल आवश्यक बीज के लिए 70 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज की आवश्यकता होती है, जिसमें प्रदेश में लगभग 40 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन किया जा रहा है, जिसमें से लगभग 10 से 15 प्रतिशत बीज सीमावर्ती राज्यों को आपूर्ति हो जाता है, जिसमें लगभग 5 लाख क्विंटल संकर बीजों की आवश्यकता होती है. शेष प्रमाणित बीज और शत प्रतिशत संकर बीज के लिए प्रदेश को अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है. 

प्रदेश में बनाया जाएगा 5 सीड पार्क

प्रदेश में 09 कृषि जलवायु क्षेत्र के दृष्टिगत प्रदेश में स्थित कृषि विश्ववि‌द्यालय में और कृषि विभाग के राजकीय कृषि क्षेत्र पर उपलब्ध भूमि पर उपयुक्तता के आधार पर 05 सीड पार्क और पश्चिमी जोन, तराई जोन, मध्य जोन, बुंदेलखंड और पूर्वी जोन में स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश में बीजों के प्रसंस्करण में वृद्धि किए जाने के लिए प्रदेश में सीड पार्क बनाया जाएगा.

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200 एकड़ जमीन में बनेगा सीड पार्क

सीड पार्क की स्थापना प्रदेश में स्थित कृषि विश्ववि‌द्यालय और कृषि विभाग के राजकीय कृषि बीज प्रक्षेत्रों की उपलब्ध भूमि पर उपयुक्तता के आधार पर 150 से 200 एकड़ क्षेत्रफल में किया जाएगा. सबसे पहले मध्य जोन में लखनऊ जनपद में स्थित राजकीय कृषि प्रक्षेत्र अटारी की भूमि कुल 130.63 एकड़ पर सीड पार्क स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. प्रदेश सरकार द्वारा सीड पार्क में बीज व्यवसाइयों को बीज प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना, ताप नियंत्रण भंडारण, स्पीड ब्रीडिंग, हाइ‌ब्रिड लैब आदि अलग-अलग प्रकार की छूट दी जाएगी, जिससे कि अधिक से अधिक बीज व्यवसाय सीड पार्क में स्थपित हो. प्रस्तावित राजकीय कृषि प्रक्षेत्र अटारी पर सीड़ पार्क स्थापना पर कुल 266.70 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. 

सीड पार्क से जुड़ेंंगे हजारों किसान

सीड पार्क में बीज व्यवसाइयों/संस्थाओं को 30 वर्ष की लीज पर भूमि बीज उत्पादन संयंत्र, भण्डारण सुविधाओं, प्रयोगशालाओं और अन्य सुविधाओं की स्थापना करने के लिए दिया जाना प्रस्तावित है, जो कि अधिकतम 90 वर्षों तक होगी. एक सीड पार्क में स्थापित किए जाने वाले उद‌्योगों से लगभग 1200 लोगों को प्रत्यक्ष और लगभग 3000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. एक सीड पार्क से लगभग 40000 बीज उत्पादक किसान जुड़ सकेंगे.

इस प्रकार 5 सीड पार्क से 6000 लोगों को प्रत्यक्ष और 15000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त होगा. इससे कुल 21000 लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा. प्रदेश गुणवतायुक्त बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा और किसानों की आय में वृ‌द्धि होगी. प्रदेश गुणवत्तायुक्त बीजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जायेगा. बीज प्रतिस्थापन दर (एसआरआर) में सुधार से उत्पादकता में और प्रदेश के कृषको की आय में वृद्धि होगी. प्रदेश में उत्पादित बीजो को व्यापक बाजार प्राप्त होगा.

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