जिस तरह हमें स्वस्थ रहने के लिए जरूरी विटामिन और पोषक तत्वों की जरूरत होती है, उसी तरह पौधों को स्वस्थ रहने के लिए जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. फसलों को जरूरी पोषक तत्व मिलने से उसकी उपज में बढ़ोतरी होती है. ऐसे में किसानों को अपनी फसलों के लिए सिलिकॉन का इस्तेमाल करना चाहिए. सिलिकॉन, जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, वह फसलों के लिए ज़रूरी पोषक तत्वों में से एक है.
सिलिकॉन को पौधों के जीवित रहने के लिए "ज़रूरी" नहीं माना जाता है, लेकिन जब यह पौधों के पोषण तंत्र में शामिल होता है तो यह निश्चित रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किसानों को अपनी फसलों पर सिलिकॉन स्प्रे करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके क्या हैं फायदे.
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सिलिकॉन एक ऐसा खनिज है जो पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. सिलिकॉन कई फसलों के लिए फायदेमंद होता है जब इसे कुछ मिट्टी में उर्वरक के रूप में मिलाया जाता है. वहीं कई पौधों की प्रजातियां खास तौर पर घास, मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के तौर पर सिलिकॉन ले सकती हैं. साथ ही सिलिकॉन पौधों की रक्षा प्रतिक्रिया में सुधार करके कीटों के हमले, बीमारी और पर्यावरणीय तनाव से पौधों की रक्षा कर सकता है.
सिलिकॉन की कमी के लक्षण आमतौर पर स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन सिलिकॉन की कमी होने से कुछ पौधों में बीमारियां लगनी शुरू हो जाती हैं. ऐसे में फसलों के उत्पादन में गिरावट होने लगता है. खास तौर पर इसकी कमी कद्दू, खीरा और गेहूं जैसी फसलों में देखने को मिलती है. वहीं उपज को बढ़ाने के लिए किसानों को अपनी फसलों में सिलिकॉन का स्प्रे करना चाहिए.