अब धीरे- धीरे में मौसम गर्म हो रहा है. धूप में तपिश का एहसास होने लगा है. आने वाले एक महीने के बाद मौसम बिल्कुल बदल जाएगा. सर्दी से गर्मी की शुरुआत हो जाएगी. मार्च के अंत आते- आते गर्म हवाएं चलने लगेंगी. इसका असर इंसान के साथ-साथ मवेशियों पर भी पड़ेगा. खास कर भैंस और गायें कम दूध देने लगेंगी. गर्मी की वजह से उनकी दूध देने की क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में दूध का उत्पादन कम होने से मवेशी पालकों की कमाई भी कम हो जाएगी. क्योंकि ज्यादातर मवेशी पालकों का घर दूध बेचकर ही चलता है. लेकिन अब मवेशी पालकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ ऐसे तरीके के बारे में बात करेंगे, जिससे दूध का प्रोडक्शन बढ़ जाएगा और मवेशियों की सेहत भी अच्छी रहेगी.
गर्मी के मौसम में मवेशी चिड़चिड़े हो जाते हैं. उनकी पाचन शक्ति भी कमजोर हो जाती है. ऐसे में वे चारा खाना कम कर देते हैं, जिससे उनका दूध उत्पादन कम हो जाता है. ऐसे में कि कई किसान मवेशियों का दूध बढ़ाने के लिए उन्हें ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाते हैं. पर उन्हें मालूम होना चाहिए कि इससे उनके सेहत पर बुरा असर पड़ता है. सरकार की ओर से भी देश में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पर रोक लगाई गई है. वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाने से दुधारू मवेशियों के हेल्थ पर असर पड़ता ही है. साथ में दूध की क्वालिटी भी उतनी अच्छी नहीं रह जाती है. ऐसे में मवेशी पालकों को गर्मी के मौसम में दूध बढ़ाने के लिए भैसों को लोबिया खिलाना चाहिए.
दरअसल, लोबिया पूर्ण रूप से प्राकृतिक दवा है. इसमें किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है. कहा जाता है कि लोबिया खिलाने से भैंस की दूध देने की क्षमता बढ़ जाती है. खास बात यह है कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. वैज्ञानिकों ने भी इस दवा को मवेशियों के लिए कारगार बताया है. वैज्ञानिकों की माने तो लोबिया में प्रोटीन और फाइबर प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. इसलिए यह दुधारू मवेशियों के लिए सबसे ज्यादा कारगर दवा है. प्रोटीन और फाइबर के चलते भैंस और गायें ज्यादा दूध देने लगती हैं.
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अगर आप चाहें, तो अपने मवेशियों को सरसों के तेल और आटा भी आहार के रूप में दे सकते हैं. इससे उनकी दूध देने की क्षमता बढ़ती है. इसके लिए आपको आटे और सरसों के तेल को मिलकार गोली बना लेना होगा और दावा के रूप में मवेशियों को खिलाना पड़ेगा. फिर देखते ही देखते आपकी गायें ज्यादा दूध देने लगेंगी. गोली बनाने के लिए आपको 300 ग्राम सरसों का तेल लेना है और 300 ग्राम ही गेहूं का आटा लेना पड़ेगा. इसके बाद दोनों को मिलकर गोली तैयार कर लें. इसके बाद अपने मवेशियों को खिलाएं. ध्यान देने वाली बात यह है कि मवेशियों के चारा खाने और पानी पीने के बाद ही गोली खिलाएं. करीब 10 दिन तक लगातार खिलाने के बाद दूध का उत्पादन बढ़ जाएगा.
नोटा:- आटा और सरसों तेल के मिश्रण को खिलाने के बाद मवेशियों को पानी नहीं पिलाया जाता है. नहीं तो उन्हें खांसी भी हो सकती है. इसिलए चारा खाने और पानी पिलाने के बाद ही दवाई खिलायें.
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