भंडारण में गेहूं और मक्का को भारी नुकसान पहुंचाता है ये लाल कीट, बचाव का उपाय जान लें

भंडारण में गेहूं और मक्का को भारी नुकसान पहुंचाता है ये लाल कीट, बचाव का उपाय जान लें

लाल आटा बीटल कीट मक्का, गेहूं और अन्य भंडारित अनाजों को नुकसान पहुंचाता है. इस कीट के संक्रमण से भंडारित अनाज के दानों में छेद, टूटे हुए दाने और इनका डैमेज होना स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. अनाजों में यह नुकसान लार्वा और वयस्क कीट, दोनों द्वारा किया जाता है.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 09, 2025,
  • Updated May 09, 2025, 3:54 PM IST

आपने गेहूं या सरसों में लाल रंग के कीटों को देखा होगा. इसे आम बोलचाल में लाल कीट कहते हैं और इसका पूरा नाम लाल आटा बीटल है. अंग्रेजी में इसे ट्रिबोलियम कैस्टेनम कहा जाता है. यह कीट गेहूं और मक्के के भंडारण में भारी नुकसान पहुंचाता है. यह कीट गेहूं और मक्के को अंदर से पूरी तरह से चट कर जाता है और बाहर केवल छिलका बचता है. यह कीट केवल भारत की समस्या नहीं है बल्कि सभी गर्म देशों में इसका प्रकोप देखा जाता है. यह कीट विश्व के गर्म भागों में खाद्य भंडारों में पाया जाने वाला एक गंभीर कीट है.

लाल आटा बीटल कीट मक्का, गेहूं और अन्य भंडारित अनाजों को नुकसान पहुंचाता है. इस कीट के संक्रमण से भंडारित अनाज के दानों में छेद, टूटे हुए दाने और इनका डैमेज होना स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. अनाजों में यह नुकसान लार्वा और वयस्क कीट, दोनों द्वारा किया जाता है. अंडे से वयस्क तक का जीवन काल 30 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 35 दिनों तक होता है. वयस्क दोपहर के समय के बाद बड़ी संख्या में उड़ते हैं. लार्वा और वयस्क आटा, पशु चारा और अन्य जमीनी सामग्री खाते हैं.

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इसके अलावा कुछ कीट कीट बीजों के पकने के समय भारी नुकसान पहुंचाते हैं. आगे ये भंडारण के समय भी अनाजों को नुकसान पहुंचाते हैं. इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि कीट को दूर करने के लिए अगर किसी दवा का इस्तेमाल करते हैं तो उससे पहले कीटों की सही पहचान जरूरी है. यह जानना जरूरी है कि अनाज में कीट की किस प्रजाति का अटैक हुआ है. इसके अलावा, कीटों से अनाजों को दूर रखने के लिए जगह और बोरों को सैनिटाइज करना जरूरी होता है.

कीटों से कैसे करें बचाव

  • खाली गोदाम स्थान में एल्युमिनियम फॉस्फाइड गोलियों का उपयोग करें.
  • पुराने बोरों को 0.0125 प्रतिशत साइपरेंथ्रिन 25 ई.सी. या फेनवेलरेट 20 ई.सी. से कीटाणुरहित करें.
  • खाली गोदामों को 0.05 प्रतिशत मैलाथियान का छिड़काव करके कीटाणुरहित करें.
  • दालों को तोड़कर भंडारित कर लें, ताकि दालों को भृंग के प्रकोप से बचाया जा सके. ये कीट दालों पर आक्रमण करना पसंद करते हैं, न कि विभाजित दालों पर.
  • कीटों से बचाव के लिए खाद्यान्नों को वायुरोधी सीलबंद ढांचे में भंडारित करें.

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भंडारण की यांत्रिक विधियां

  • अनाज भरने से पहले सभी फटे हुए थैलों को सिल दें.
  • कीटों के लिए अनुकूल परिस्थिति को समाप्त करने के लिए सभी टूटे हुए अनाज दानों को हटा दें.

रासायनिक विधि

  • बैगों पर मैलाथियान 50 ईसी 10 मि.ली./लीटर को 3 लीटर स्प्रे द्रव/100 वर्ग मीटर की दर से छिड़कें.
  • कीटनाशकों का सीधे खाद्यान्नों पर छिड़काव न करें.
  • बीज के लिए प्रयुक्त अनाज को मैलाथियान दवा की 5 प्रतिशत मात्रा को 250 ग्राम प्रति क्विंटल बीज की दर से मिलाकर सुरक्षित करें.

 

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