अक्टूबर में करें गांठ गोभी की खेती, तरीका जानिए और छापिए तगड़ा पैसा

अक्टूबर में करें गांठ गोभी की खेती, तरीका जानिए और छापिए तगड़ा पैसा

रबी सीजन वाली फसलें उगाई जाने लगी हैं. इस दौरान किसानों के लिए फायदेमंद फसल की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं. ये फसल गांठगोभी है जिसकी बुवाई और कमाई का पूरा गणित समझ लेते हैं.

knolkholknolkhol
नयन त‍िवारी
  • Noida,
  • Oct 02, 2025,
  • Updated Oct 02, 2025, 4:59 PM IST

अक्टूबर में रबी सीजन वाली फसलें उगाई जाने लगती हैं. रबी सीजन में गेहूं और सरसों का बोलबाला रहता है लेकिन कुछ सब्जियां भी हैं जिनकी खेती किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है. वैसे तो रबी सीजन में ढेर सारी फसलें उगाई जाती हैं लेकिन आप गांठ गोभी की खेती करके अन्य फसलों के मुकाबले अधिक कमाई कर सकते हैं. आपको बता दें कि गांठ गोभी देश में उतनी अधिक लोकप्रिय नहीं है कि आम किसानों तक पहुंच सके लेकिन इसकी डिमांड बेहद आम हो चुकी है. गांठ गोभी के ढेरों शारीरिक लाभ हैं इसलिए इसकी बाजार मांग और कीमत अच्छी होती है. 

खेती का तरीका

गांठ गोभी की खेती के लिए अक्टूबर से नवंबर तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. आपको बता दें कि इन दिनों मौसम थोड़ा ठंडा और जलवायु नम होती हैं. गांठगोभी की फसल गर्मी में नहीं होती, गर्मी में गांठ कड़ी और इसका स्वाद भी खराब हो जाता है. उगाने के लिए मिट्टी की अच्छी जुताई के बाद गोबर की अच्छी तरह सड़ी हुई खाद 20-25 टन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मिलाएं और पाटा चला दें ताकि मिट्टी समतल हो जाए.

  • समतल मिट्टी में आपको कतारबद्ध तरीके से क्यारियां बनानी होंगी
  • कतार से कतार की दूरी 30-40 सेमी, पौधे से पौधे 25 सेमी पर रोपाई करें
  • शुरुआत में नमी बनाए रखें फिर, 10-12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें
  • आर्गेनिक तरीके से उगाना चाहते हैं तो नीम का अर्क को कीटनाशक के रूप में छिड़काव करें
  • बुवाई के 55-60 दिन बाद गांठों की तुड़ाई कर सकते हैं, देरी करने पर गांठ कठोर हो सकती है.

गांठ गोभी से कमाई कितनी

सही तरीके से देखभाल करने पर लगभग 2 महीने में गांठ गोभी की फसल तैयार हो जाती है. आपको बता दें कि गांठ गोभी की खेती फूल और पत्ता गोभी से अधिक कमाई वाली होती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें ऐसे कई न्यूट्रिशंस होते हैं जो हमारे लिए काफी फायदेमंद होते हैं. जिम करने वाले या हेल्दी डाइट रखने वाले लोगों के बीच इसकी डिमांड अच्छी-खासी है. एक एकड़ के खेत में करीब 200-250 क्विंटल पैदावार देखने को मिलती है. वहीं थोक में इसकी कीमत 15-25 रुपये किलो के आसपास बताई जाती है.

इस हिसाब से कुल आय की बात करें तो 200-250 क्विंटल पैदावार से 2-3 लाख रुपये का रेवेन्यू जनरेट होता है. इसमें प्रति हेक्टेयर खाद-पानी, मजदूरी और अन्य लागत मिलाकर 60-70 हजार का खर्च भी आता है. मोटे तौर पर कमाई की बात करें तो करीब 2 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की कमाई संभव है, जो कि एक किसान के तौर पर एक सीजन में अच्छी-खासी इनकम मानी जाती है.
ये भी पढ़ें:

MORE NEWS

Read more!