
भारत के किसानों के भरोसेमंद ब्रांड सोनालीका ट्रैक्टर्स ने इस साल एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है. अप्रैल से नवंबर 2025 के बीच कंपनी ने 1,26,162 ट्रैक्टरों की कुल YTD बिक्री दर्ज की, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. यह सेल दिखाता है कि भारत में खेती अब तेजी से मशीनीकरण की ओर बढ़ रही है और किसान नई तकनीक को अपनाने में आगे हैं.
सोनालीका अपने हैवी ड्यूटी और तकनीक-आधारित ट्रैक्टरों के लिए जाना जाता है. इनके ट्रैक्टर न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के 150 देशों में अलग-अलग मिट्टी के मुताबिक अपना प्रदर्शन करते हैं. मजबूत इंजन, नई टेक्नोलॉजी और अधिक काम करने की क्षमता की वजह से किसान इन ट्रैक्टरों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
सरकार की सही नीतियां, MSP में बढ़ोतरी, और खेती में आधुनिक मशीनों की बढ़ती जरूरत ने किसानों को तकनीक अपनाने के लिए और प्रेरित किया है. यही वजह है कि बड़े और दमदार ट्रैक्टरों की मांग तेजी से बढ़ रही है.
सोनालीका ट्रैक्टर्स लगातार भारत से होने वाले ट्रैक्टर एक्सपोर्ट में पहले स्थान पर बना हुआ है. पूरी दुनिया में इसकी बढ़ती पकड़ बताती है कि भारतीय ट्रैक्टर अब दुनिया की जरूरतों को भी पूरा कर रहे हैं. कंपनी के नए-पीढ़ी वाले प्लेटफ़ॉर्म और अपडेटेड फीचर्स अंतरराष्ट्रीय किसान समुदाय की जरूरतों के अनुसार तैयार किए जाते हैं.
इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, रमन मित्तल ने कहा कि नई खेती का भविष्य इनोवेशन पर निर्भर है. उन्होंने बताया कि इस साल की रिकॉर्ड बिक्री भारतीय कृषि में बदलाव का संकेत है. जीएसटी कटौती और एमएसपी बढ़ने से किसानों का आधुनिक मशीनरी पर भरोसा बढ़ा है. कंपनी आगे भी स्मार्ट कृषि समाधानों में निवेश जारी रखेगी और किसानों को नई तकनीक तक आसान पहुँच दिलाएगी.
जैसे फायदे देते हैं. यही कारण है कि किसान तेजी से पारंपरिक खेती से तकनीक-आधारित कृषि की ओर बढ़ रहे हैं.
सोनालिका का यह रिकॉर्ड सिर्फ़ सेल्स का आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह भारत के बदलते एग्रीकल्चर माहौल की झलक है. टेक्नोलॉजी में एडवांस्ड, ज़्यादा पावरफुल और स्मार्ट ट्रैक्टर भविष्य में खेती को आसान, ज़्यादा फ़ायदेमंद और ज़्यादा सस्टेनेबल बनाएंगे. कंपनी का लक्ष्य यह पक्का करना है कि मॉडर्न ट्रैक्टर हर किसान तक पहुँच सकें, जिससे भारत दुनिया भर में एग्रीकल्चर का पावरहाउस बन सके.
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