Low tunnel technology: लो टनल विधि से करें ऑफ-सीजन सब्जी की खेती, कमाएं अच्छा मुनाफा

Low tunnel technology: लो टनल विधि से करें ऑफ-सीजन सब्जी की खेती, कमाएं अच्छा मुनाफा

भाकृअनुप (ICAR) की लो टनल तकनीक से ठंड के मौसम में भी सब्जियों की खेती करें. कम लागत में पाएं फसल 30-40 दिन पहले और ऑफ-सीजन में अधिक मुनाफा. जानें विधि, फायदे और उपयुक्त फसलें.

लो टनल तकनीकलो टनल तकनीक
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Nov 09, 2025,
  • Updated Nov 09, 2025, 9:31 AM IST

आज के समय में किसान भाई अधिक उत्पादन और अधिक लाभ की चाह में नई-नई तकनीकों को अपनाने लगे हैं. भाकृअनुप (ICAR) द्वारा विकसित लो टनल तकनीक ठंड के मौसम में सब्जियों की खेती के लिए एक बहुत ही उपयोगी और सरल उपाय है. यह तकनीक किसानों को ऑफ-सीजन में भी सब्जी उत्पादन का अवसर देती है जिससे उन्हें ऊंचे दामों पर फसल बेचने का लाभ मिलता है.

क्या है लो टनल ?

लो टनल एक लचीली पारदर्शी प्लास्टिक शीट होती है जिसे सब्जियों की कतारों के ऊपर लगाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य ठंडे मौसम में पौधों के आसपास की हवा को गर्म बनाए रखना है ताकि पौधे पाले, ठंडी हवा और वर्षा से सुरक्षित रहें.

लो टनल तकनीक के मुख्य फायदे

  • ठंड और पाले से सुरक्षा: पौधे सर्दी, तेज़ हवा और बारिश से सुरक्षित रहते हैं.
  • फसल जल्दी तैयार: इस तकनीक से फसल सामान्य मौसम से लगभग 30-40 दिन पहले तैयार हो जाती है.
  • कम लागत और आसान निर्माण: इसमें बहुत कम खर्च आता है और इसे किसान आसानी से बना सकते हैं.
  • अधिक लाभ: ऑफ-सीजन में जब सब्जियों की कमी होती है, तब फसल ऊँचे दामों पर बिकती है.

लो टनल बनाने की विधि

  • सामग्री: जस्ती लोहे की रॉड (1.5 से 2.5 मीटर लंबी)
  • प्लास्टिक शीट: 100 माइक्रॉन IR ग्रेड पारदर्शी प्लास्टिक का उपयोग करें
  • ऊँचाई: 40 से 60 सेमी तक रखें
  • पौध रोपाई दूरी: पौधों के बीच लगभग 50 सेमी की दूरी रखें और ड्रिप सिंचाई व्यवस्था अपनाएँ
  • कतार दूरी: लगभग 1.5 से 1.6 मीटर रखें
  • इस संरचना से पौधों को पर्याप्त धूप, हवा और नमी मिलती है, जिससे उनकी बढ़वार तेज़ होती है.

लो टनल के फायदे

  • फसल लगभग 1.5 महीने पहले तैयार हो जाती है
  • पौधों को ठंड और पाले से पूरी सुरक्षा मिलती है
  • उत्पादन में वृद्धि होती है और किसान को अधिक लाभ प्राप्त होता है
  • लो टनल तकनीक के लिए उपयुक्त फसलें

इस तकनीक का प्रयोग विशेष रूप से गर्मी पसंद सब्जियों के लिए किया जाता है.
उपयुक्त फसलें हैं-

खीरा, तुरई, करेला, लौकी, टमाटर, मिर्च, बैंगन, पत्ता गोभी, फूल गोभी और ब्रोकोली.

लो टनल तकनीक किसानों के लिए एक किफायती और उपयोगी उपाय है जो ठंड के मौसम में भी सब्जी उत्पादन को संभव बनाती है. इससे न केवल उत्पादन बढ़ता है बल्कि किसानों को ऑफ-सीजन में अधिक मुनाफा भी मिलता है. सही तरीके से अपनाई जाए तो यह तकनीक छोटे और बड़े दोनों किसानों के लिए खेती में समृद्धि का नया रास्ता खोल सकती है.

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