
कृषि क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे ड्रोन के इस्तेमाल और इसकी उपयोगिता को देखते हुए प्रशिक्षित पायलटों की जरूरत बढ़ गई है. इसीलिए एग्री ड्रोन मैन्यूफैक्चरर सलाम किसान ने युवा इंजीनियर्स को ड्रोन ट्रेनिंग समेत सभी तरह का प्रशिक्षण देने के लिए महाराष्ट्र के SVERI इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के साथ एमओयू साइन किया है. इसके तहत इंस्टीट्यूट में रिमोट पायलट ट्रेनिंग संगठन बनाया जाएगा. इससे रोजगार के रास्ते खुलेंगे और युवा कृषि से जुड़े कार्यों में हिस्सा लेंगे.
PRYM ग्रुप की एग्रीटेक कंपनी सलाम किसान और महाराष्ट्र के सोलापुर में स्थित SVERI इंजीनियरिंग कॉलेज संयुक्त रिमोट पायलट ट्रेनिंग संगठन (RPTO) बनाने की घोषणा की है. इसके लिए सलाम किसान श्री विठ्ठल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (SVERI) का इंजीनियरिंग कॉलेज पंढरपुर के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) साइन हुआ है. यह साझेदारी SVERI के सोलापुर कैंपस में एक संयुक्त रिमोट पायलट ट्रेनिंग संगठन (RPTO) स्थापित करने के लिए होगा.
सलाम किसान के मुख्य परिचालन अधिकारी अक्षय खोब्रागडे ने बताया कि SVERI के साथ साझेदारी की गई है. इंस्टीट्यूट के 5000 हजार से ज्यादा स्टूडेंट हैं, जिन्हें 30 स्टूडेंट के बैच में ट्रेनिंग दी जाएगी, जो थ्योरी और प्रैक्टिकल पर आधारित होगी. ट्रेनिंग के बाद स्टूडेंट को डीजीसीए एप्रूव्ड ड्रोन पायलट लाइसेंस दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि RPTO के जरिए ग्रामीण युवाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे. यह साझेदारी कृषि समुदाय और युवाओं को सशक्त बनाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
अक्षय खोब्रागडे ने कहा कि उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य ड्रोन इंडस्ट्री में पेशेवर पायलटों की बढ़ती मांग को पूरा करना है. हम 2027 तक 1,00,000 ड्रोन पायलटों की अनुमानित मांग को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. यह पहल प्रशिक्षित और प्रमाणित ड्रोन पायलट तैयार करेगी जो इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे. SVERI के साथ यह साझेदारी ड्रोन के विभिन्न इस्तेमाल जैसे कृषि, बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स में संभावनाओं का लाभ उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. भारत का ड्रोन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और SVERI में RPTO इस गतिशील क्षेत्र में प्रतिभा को निखारने और इनोवेशन को बढ़ावा देने का केंद्र बनेगा.
SVERI के प्राचार्य डॉ. बीपी रोंगे ने बताया कि हम इंडस्ट्री और शिक्षाविदों के बीच साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हमारे छात्रों और समुदाय के समग्र विकास में योगदान देती हैं. यह RPTO तकनीक आधारित रोजगार में नए रास्ते खोलेगा. कहा गया कि RPTO की स्थापना से पेशेवर पायलटों को प्रशिक्षित करने की अपार संभावनाएं हैं.