भारत की जानी-मानी ट्रैक्टर कंपनी TAFE ने अमेरिका की कंपनी AGCO के साथ एक बड़ा समझौता किया है. इस समझौते में दोनों कंपनियों के बीच ब्रांड, व्यापार और हिस्सेदारी से जुड़े सभी मामलों को सुलझा लिया गया है. इस समझौते के बाद, Massey Ferguson नाम का ट्रैक्टर ब्रांड अब भारत, नेपाल और भूटान में पूरी तरह से TAFE का मालिकाना हक बन गया है. अब इन देशों में यह ब्रांड सिर्फ TAFE के नाम से बेचा और बनाया जाएगा.
TAFE अब AGCO से उसकी 20.7% हिस्सेदारी खरीदेगा. इसके लिए TAFE 260 मिलियन डॉलर (करीब 2,170 करोड़ रुपये) का भुगतान करेगा. इसके बाद, TAFE पूरी तरह से भारतीय कंपनी बन जाएगी और Amalgamations Group का हिस्सा होगी.
TAFE अब भी AGCO में 16.3% हिस्सेदारी रखेगा, लेकिन इससे ज्यादा नहीं खरीदेगा. अगर AGCO अपने शेयर वापस खरीदेगा, तो TAFE भी उसी हिसाब से अपनी हिस्सेदारी बनाए रखेगा.
TAFE और AGCO के बीच पहले जो व्यापारिक समझौते थे, अब उन्हें आपसी सहमति से समाप्त कर दिया जाएगा. लेकिन TAFE अब भी AGCO को जरूरी पुर्जों की आपूर्ति करता रहेगा जब तक कि सारे ऑर्डर पूरे नहीं हो जाते.
Massey Ferguson ब्रांड को लेकर जो मामले अदालत में चल रहे थे, उन्हें अब पूरी तरह से वापस ले लिया जाएगा. यह केस भारत के मद्रास हाई कोर्ट में चल रहे थे.
यह समझौता तभी पूरी तरह लागू होगा जब भारत में AGCO की हिस्सेदारी की बिक्री से जुड़ी सरकारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. TAFE की चेयरपर्सन मल्लिका श्रीनिवासन ने कहा कि, “हम AGCO के साथ अपनी पुरानी साझेदारी को महत्व देते हैं और भविष्य में भी एक अच्छे निवेशक के रूप में साथ रहेंगे.” उन्होंने आगे कहा, “Massey Ferguson और TAFE पिछले 65 सालों से भारतीय किसानों के साथ जुड़े हुए हैं. हम अपने ट्रैक्टर और सेवाओं के जरिए भारतीय खेती को और आगे बढ़ाएंगे.”
यह समझौता TAFE के लिए एक नए युग की शुरुआत है. अब कंपनी पूरी तरह भारतीय हो गई है और Massey Ferguson ब्रांड को भारत में और मजबूत करेगी. इस फैसले से भारतीय किसानों को बेहतर उत्पाद और सेवाएं मिलेंगी.