यूपी सरकार ने प्रदेश के हर जिले की किसी एक मशहूर स्थानीय वस्तु को 'एक जिला एक उत्पाद योजना' (ODOP) का हिस्सा बनाकर उसे विशिष्ट पहचान देने की कारगर मुहिम शुरू की है. इनमें खास किस्म के स्थानीय कृषि उत्पादों से लेकर हथकरघा उत्पाद भी शामिल हैं. इस मुहिम के तहत यूपी आने वाले मेहमानों को भी सरकार की ओर से ओडीओपी उत्पाद ही भेंट किए जाते हैं. इस रवायत को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के यूपी प्रवास के दौरान भी लागू किया गया. मौका था देश की प्रथम नागरिक के रूप में राष्ट्रपति मुर्मू के नागरिक अभिनंदन का और इस अवसर की सार्थकता को सिद्ध कर रहे थे राज्य के किसान, गांवों को मजबूत बना रही स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, हस्तशिल्पी और दूरदराज से आए लोक कलाकार. इन सभी ने रविवार को राज्य सचिवालय की इमारत 'लोकभवन' में आयोजित राष्ट्रपति के नागरिक अभिनंदन समारोह को स्थानीय उत्पादों की महक से यादगार बना दिया.
ओडीओपी योजना से जुड़े जानकारों का दावा है कि आजाद भारत में अब तक के सभी राष्ट्रपति यूपी के दौरे पर आते रहे हैं. उन्हें भांति भांति के बेशकीमती उपहार भी भेंट किए गए. मगर, शायद यह पहला मौका है जब किसी राष्ट्रपति को गेहूं, धान और गुड़ के अनूठे और दिल को छू लेने वाले उत्पाद भेंट किए गए हैं. इतना ही नहीं, ये उत्पाद किसानों और लोक संस्कृति से जुड़े लोगों ने खुद अपने हाथों से राष्ट्रपति को भेंट किए. सही मायने में इस कवायद ने समूचे आयोजन को 'नागरिक अभिनंदन' कहलाने का हकदार बना दिया.
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इस मौके पर प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपति को ये उपहार प्रदेश की 25 करोड़ जनता की ओर से भेंट किए जाने के प्रतीक हैं. अपने उद्बोधन में राष्ट्रपति ने प्रदेश में महिला सशक्तीकरण और स्वावलंबन के लिए किए जा रहे कार्यों का विशेष उल्लेख करते हुए उत्तर प्रदेश की नारी विभूतियों को अपना आदर्श बताया.
ओडीओपी योजना में सिद्धार्थनगर का काला नमक धान और बुंदेलखंड का कठिया गेहूं भी शामिल है. बहराइच के स्थानीय हस्तशिल्पियों ने गेहूं से बनी एक कलाकृति राष्ट्रपति मुर्मू को जब भेंट की, तब सभागार में सभी की नजरें गेहूं से उकेरी गई मोर पर जा टिकीं. यह कलाकृति स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने खुद अपने हाथों से राष्ट्रपति को भेंट की.
इसके अलावा सिद्धार्थनगर के प्रगतिशील किसानों ने अपनी मेहनत से उपजाया गया काला नमक धान का चावल और अयोध्या के किसानों ने गुड़ राष्ट्रपति को भेंट किया. बात इतने पर ही नहीं रुकी, स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधियों ने सीतापुर का खास थक्केदार गाढ़ा दही और बाराबंकी के जंगलों से तोड़ी गई शुद्ध शहद भी राष्ट्रपति मुर्मू को उपहार में दी.
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इसके अलावा रंगकर्मियों की ओर से अलीगढ़ की बनी कांस्य की नटराज प्रतिमा राष्ट्रपति को दी गई. उद्यमियों ने फिरोजाबाद के कांच के उत्पाद राष्ट्रपति को भेंट में दिए. वहीं, प्रदेश के आईटी प्रोफेशनल्स ने बनारसी साड़ी और मुख्यमंत्री योगी ने पीतल और अन्य धातुओं से बनी सरस्वती प्रतिमा भेंट करके राष्ट्रपति का अभिनंदन किया.
नागरिक अभिनंदन समारोह में किसानों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और हस्तशिल्पियों ने राष्ट्रपति मुर्मू को अपने इलाके की खास पहचान रखने वाले कृषि उत्पाद से लेकर स्थानीय लोक परंपराओं में रचे बसे हथकरघा उत्पाद तक, ऐसी तमाम वस्तुएं भेंट की, जो अपने इलाके की खुशबू से सराबोर थीं. इन उपहारों को भेंट कर ये लोग तो अभिभूत थे ही, राष्ट्रपति ने भी दिल से भेंट किए गए इन उपहारों के लिए अपार खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि इन उपहारों में छुपी यूपी की पहचान को वह कभी भुला नहीं पाएंगी. इन स्थानीय उत्पादों की महक, अब राष्ट्रपति भवन में बिखरेगी. इन्हें वहीं सहेज कर रखा जाएगा.