यूपी के शहर से विदेश तक फैलता 'आलू पाउडर' का कारोबार, जानिए किसान कैसे हो रहे मालामाल

यूपी के शहर से विदेश तक फैलता 'आलू पाउडर' का कारोबार, जानिए किसान कैसे हो रहे मालामाल

Potato Story: जिला उद्यान अधिकारी शिवानी ने बताया कि शिवाकृत फूड कंपनी में रोजाना 75 टन आलू का पाउडर बनता है. कोल्ड स्टोर से आने के बाद आलू को छिला जाता है. फिर धोया जाता है. इसके बाद उबालकर उसे पीसा जाता है.

अलीगढ़ जनपद में आलू की खेती बड़े स्तर पर होती है.अलीगढ़ जनपद में आलू की खेती बड़े स्तर पर होती है.
नवीन लाल सूरी
  • lucknow,
  • Dec 05, 2024,
  • Updated Dec 05, 2024, 10:48 AM IST

ठंड का मौसम आते ही किसान आलू की बुवाई में जुट जाते हैं. कम लागत में अधिक मुनाफा वाले इस सब्जी की डिमांड सबसे अधिक होती है. इस फसल से किसानों को अच्छा खासा मुनाफा भी होता है. बाजारों में आलू की डिमांड साल भर रहती है. उधर, आलू पाउडर की डिमांड अब विदेशों में तेजी से बढ़ रही है. बता दें कि अलीगढ़ में आलू की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है. यहां आलू से नमकीन और चिप्स तो तैयार होते हैं. अब पाउडर भी तैयार किया जा रहा है. अभी 75 टन आलू का रोज पाउडर बनाया जा रहा है. 

एक साल पहले 80 करोड़ की लागत से लगी थी यूनिट

अलीगढ़ की जिला उद्यान अधिकारी शिवानी तोमर ने इंडिया टुडे के किसान तक से खास बातचीत में बताया कि अलीगढ़ जनपद में करीब 30245 हेक्टेयर आलू की खेती की जाती है. बीते वर्ष इगलास रेड पर 80 करोड़ की लागत से एक यूनिट शिवाकृत फूड के नाम से लगी था, जिसको हमारे उद्यान विभाग की तरफ से यूनिट के मालिक आरके जैन को सब्सिडी दी गई थी. उन्होंने बताया कि आलू को उबाल कर और सूखा कर उसका पाउडर तैयार किया जाता है. फिर उसकी पैकजिंग करके 12 देशों में सप्लाई की जाती है. वहीं उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में आलू के पाउडर को भेजा जा रहा है. 

12 देशों में आलू पाउडर की सप्लाई

शिवानी तोमर बताती हैं कि आलू पाउडर से विदेशों में बर्गर, कटलेट, पराठे और टिक्की आदि व्यंजन बनाए जा रहे हैं. विदेशों में बनने वाले नमकीन में भी यहां के आलू का स्वाद है. इस्राइल, ब्राजील और इंडोनेशिया सहित 12  देशों में यहां का आलू पाउडर भेजा जा रहा है. इससे पहले वर्ष 2018 में दक्षिण अमेरिका के गुयाना में अलीगढ़ से 29 टन आलू निर्यात किया गया था. यह निर्यात एफपीओ के माध्यम से हुआ था.

रोजाना 75 टन आलू का पाउडर का उत्पादन

जिला उद्यान अधिकारी शिवानी ने बताया कि शिवाकृत फूड कंपनी में रोजाना 75 टन आलू का पाउडर बनता है. कोल्ड स्टोर से आने के बाद आलू को छिला जाता है. फिर धोया जाता है. इसके बाद उबालकर उसे पीसा जाता है. बाद में सुखाकर उसका पाउडर बनता है. इस पाउडर को किसी भी व्यंजन में प्रयोग किया जा सकता है. इसकी कीमत 140 रुपये किलो तक होती है.

2025 तक 3 नई कंपनियां लगाएंगी यूनिट

उन्होंने बताया कि आलू के उत्पाद लगातार बढ़ रहे हैं. लिहाजा मांग भी उसी तरह बढ़ रही है. वहीं बड़े पैमान पर किसानों को इससे फायदा हो रहा है. अब किसानों को आलू को बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ता. किसान सीधे कंपनी में आकर आलू को बेच कर कमाई कर रहे है. वहीं किसानों के आय में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हुई है. उधर, कई दूसरे कारोबारी भी इस तरफ बढ़ रहे हैं. माना जा रहा है कि 2025 तक पाउडर बनाने वाली तीन और कंपनियां शुरू हो जाएंगी.

 

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