उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राज्य के किसानों से अपील की है कि वो जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान के चलते अपनी फसल का बीमा करा लें. कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसलों को सुरक्षित कराने का अनुरोध किसानों से किया है. शाही का कहना है कि पिछले कई सालों से मौसम में अस्थिरता नजर आ रही है. कभी बहुत ज्यादा बारिश हो जाती है तो कभी इतनी कम बारिश होती है कि सूखा पड़ जाता है. ऐसे में किसानों को नुकसान से बचाने के लिए उन्होंने फसल बीमा योजना का फायदा उठाने की सलाह दी है.
एक प्रेस रिलीज जारी कर शाही ने कहा है, ' पिछले कई सालों से मौसम में अस्थिरता नजर आ रही है. इससे उत्पादकता और उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और किसानों का भी नुकसान होता है. इससे बचने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर भारत सरकार की तरफ से किसानों के फसलों का बीमा कराया जाता है.' उन्होंने बताया है कि खरीफ की अधिसूचित फसलों के लिए किसानों को सिर्फ दो प्रतिशत और रबी की फसलों के लिये सिर्फ 1.50 प्रतिशत प्रीमियम ही देना होगा. बाकी के प्रीमियम की रकम राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से अदा की जाएगी. जहां राज्य सरकार 50 फीसदी तो केंद्र सरकार भी इतनी ही रकम का भुगतान करेगी.
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शाही ने बताया कि राज्य में दो करोड़ 60 लाख किसान हैं लेकिन सिर्फ 22 से 25 लाख किसान ही अपनी फसल का बीमा कराते हैं. इतने कम संख्या में किसानों की तरफ से अपनी फसलों का बीमा कराये जाने से प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों के नुकसान की भरपाई कर पाना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने आगे कहा, 'उत्तर प्रदेश के वर्तमान मौसम को देखते हुये किसान भाईयों से अपील है कि आप तुरंत अपनी फसलों का बीमा करायें. खरीफ मौसम के फसलों की बीमा की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2024 है.'
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शाही ने कहा है कि फसल की सुरक्षा के लिये किसान अपनी फसलों का बीमा पास के किसी बैंक पर जाकर करा सकते हैं. ताकि भविष्य में किसी भी तरह का नुकसान होने पर नियमों के तहत 25 से लेकर 50 फीसदी तक के नुकसान की भरपाई किसानों को हो सके. सरकार की तरफ से शुक्रवार को संसद में बताया गया है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत 32,440 करोड़ रुपये के प्रीमियम के तहत, किसानों को 1.63 लाख करोड़ रुपये के बीमा दावों का भुगतान किया गया है.