हरियाणा: समय पर नहीं हुआ उठाव, बारिश के कारण अनाज मंडियों में भीगा दो लाख क्विंटल गेहूं

हरियाणा: समय पर नहीं हुआ उठाव, बारिश के कारण अनाज मंडियों में भीगा दो लाख क्विंटल गेहूं

हरियाणा के फतेहाबाद, हिसार और सिरसा जैसे कुछ जिलों में बीते दिन हल्की बारिश हुई. नतीजतन, फतेहाबाद जिले के भूना क्षेत्र में बोरियों में रखा गेहूं खुले में पड़ा होने की वजह से भीग गया. वहीं, विभिन्न मंडियों में बारिश से लगभग दो लाख क्विंटल गेहूं भीगा है.

बारिश के कारण अनाज मंडियों में भीगा दो लाख क्विंटल गेहूं, सांकेतिक तस्वीर बारिश के कारण अनाज मंडियों में भीगा दो लाख क्विंटल गेहूं, सांकेतिक तस्वीर
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Apr 17, 2023,
  • Updated Apr 17, 2023, 2:07 PM IST

रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं इनदिनों कटाई के लिए तैयार है, और काफी किसान कटाई कर भी चुके हैं. जो किसान गेहूं की कटाई कर चुके हैं वो किसान अपने अनाज को मंडियों में बेचने के लिए भी पहुंच रहे हैं. वहीं, कई अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों पर गेहूं का स्टॉक खुले में पड़ा हुआ है. इसके अलावा हल्की बारिश से किसानों और आढ़तियों में डर पैदा हो गया है, इसलिए मंडियों में गेहूं की तेजी से उठान चाहते हैं. दरअसल, ट्रिब्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, फतेहाबाद, हिसार और सिरसा जैसे कुछ जिलों में बीते दिन हल्की बारिश हुई. नतीजतन, फतेहाबाद जिले के भूना क्षेत्र में बोरियों में रखा गेहूं खुले में पड़ा होने की वजह से भीग गया. वहीं, विभिन्न मंडियों में बारिश से लगभग दो लाख क्विंटल गेहूं भीगा है.

हालांकि खरीद एजेंसियों ने दावा किया था कि वे रविवार से उठान में तेजी लाएंगे, लेकिन रिपोर्ट बताती है कि बड़े स्टॉक अभी भी खुले में पड़े हैं.

बारिश और आंधी की भविष्यवाणी

गौरतलब है कि अभी भी जहां आढ़ती जगह की कमी के कारण मंडियों में गेहूं की अधिकता को लेकर चिंतित हैं, वहीं उन्हें स्टॉक भीगने का डर भी है, क्योंकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 18 और 19 अप्रैल को इस क्षेत्र में बारिश और आंधी की भविष्यवाणी की है. शुक्रवार तक मिली जानकारी के अनुसार कुल खरीदे गए गेहूं में से सिरसा में महज चार फीसदी, फतेहाबाद में छह फीसदी और हिसार में नौ फीसदी गेहूं का उठाव हुआ है.

इसे भी पढ़ें- Wheat Production: पिछले साल की तुलना में इस साल गेहूं की पैदावार में बढ़त, सरकार ने जारी किए आंकड़े

स्टॉक उठाने की प्रक्रिया धीमी

एजेंसियों का कहना है कि कुछ केंद्रों पर मजदूरों की कमी है, जिसके कारण स्टॉक उठाने की प्रक्रिया धीमी है. वहीं, हिसार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिस ठेकेदार को स्टॉक उठाने का ठेका दिया गया था, उसे मजदूरों की व्यवस्था करने में मुश्किल हो रही थी. इसके अलावा, लाडवा गांव के एक किसान अनूप कुमार ने कहा कि खरीद एजेंसियां स्टॉक उठाने में धीमी हैं, जिसके कारण उन्हें स्टॉक को खुले में उतारना पड़ा.

इसे भी पढ़ें- Success Story: 23 साल का किसान बन गया है मिसाल, एक महीने में कमा लेता है 96 लाख रुपये

इस साल बंपर फसल उत्पादन 

जिला विपणन प्रवर्तन अधिकारी, करनाल, ईश्वर राणा ने कहा कि जिले की अनाज मंडियां पिछले साल के गेहूं की आवक को पार करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. वहीं 15 अप्रैल तक सभी 22 खरीद केन्द्रों पर 53,56,784 क्विंटल गेहूं की आवक हुई है. जबकि पिछले साल जिले में 56,75,940 क्विंटल रिकॉर्ड किया गया था.
 

 

MORE NEWS

Read more!