पिछले दिनों हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा सार्वजनिक सभा में की गई एक टिप्पणी को लेकर फोगाट खाप विरोध में उतर आई है. खाप ने मंत्री को सीधे चेतावनी दी कि या तो वे सार्वजनिक माफी मांग लें अन्यथा विरोध के लिए तैयार रहें. फोगाट ने स्पष्ट किया कि समाज के ताना-बाना को खराब करने जैसी अमर्यादित भाषा सहन नहीं होगी. इस मामले में जल्द ही सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत बुलाई जाएगी.महापंचायत में मंत्री का विरोध करने सहित कई बड़े फैसले भी लिए जाएंगे. दादरी के स्वामी दयाल धाम पर फोगाट खाप की कार्यकारिणी मीटिंग प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में हुई.
मीटिंग में पिछले दिनों कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा भिवानी के गिगनाऊ में की गई टिप्पणी को लेकर विरोध प्रस्ताव जारी किया. साथ ही कहा गया कि मंत्री ने बहन-बेटियों को लेकर जो भाषा का प्रयोग किया है उससे सामाजिक ताना-बाना खराब होगा. ऐसे में मंत्री को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए अन्यथा फोगाट खाप विरोध करते हुए सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत बुलाकर बड़ा फैसला लेगी.
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खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि मंत्री जेपी दलाल ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर समाज के ताना-बाना को तोड़ने का काम किया है. ऐसे में फोगाट खाप ने निर्णय लिया है कि सर्वजातीय सर्वखाप की पंचायत बुलाई जाएगी. हरियाणा की सभी खापों को निमंत्रण दिया जाएगा और महापंचायत में किसान आंदोलन की तर्ज पर बड़ा आंदोलन करने बारे भी रणनीति तैयार की जाएगी.
ऐसा आरोप है कि मंत्री जेपी दलाल ने कहा था कि जो किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे उनकी बीवियां और छोरियां भाग गई थी. उनके घरों में कोई नहीं था और वो प्रदर्शन करने आ गए. जेपी दलाल ने किसानों के प्रदर्शन को बेकार बताते हुए कहा कि ये वो ही किसान हैं जिनकी पत्नी भी उनकी नहीं सुनती है. उन्होंने कार्यक्रम में कहा था कि लोग यहीं बैठे रहते थे, किसी पर पांच मुकदमे थे..सब ने उलटे काम किए हुए थे. किसी की बहू भागी थी किसी की छोरी भाग रही थी.
उन्होंने ये भी कहा कि कई किसान उनके पास जुड़ने आ रहे हैं मगर ऐसे लोगों के साथ वो नहीं जुड़ेंगे. बता दें कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 में तीन कानूनों को वापस लेने का फैसला किया था.इससे पहले किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर जमकर प्रदर्शन किया था, जो मूल रूप से कृषि कानून के विरोध में था.
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