Rice Export: पतंजलि 20 मीट्रिक टन चावल नेपाल को निर्यात करेगा, प्रतिबंध के बावजूद मिली मंजूरी की ये है वजह 

Rice Export: पतंजलि 20 मीट्रिक टन चावल नेपाल को निर्यात करेगा, प्रतिबंध के बावजूद मिली मंजूरी की ये है वजह 

केंद्र सरकार ने घरेलू आपूर्ति बरकरार रखने के साथ ही चावल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिंबध लगा रखा है. लेकिन, पतंजलि आयुर्वेद को 20 मीट्रिक टन चावल निर्यात की मंजूरी सरकार ने दी है. इसके साथ ही 7 अन्य देशों को तय मात्रा में चावल निर्यात की अनुमति दी गई है.

भूकंप प्रभावित लोगों को राहत के रूप में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की ओर से भेजे जा रहे चावल को मंजूरी दी गई है. भूकंप प्रभावित लोगों को राहत के रूप में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की ओर से भेजे जा रहे चावल को मंजूरी दी गई है.
रिजवान नूर खान
  • New Delhi,
  • Nov 13, 2023,
  • Updated Nov 13, 2023, 4:32 PM IST

केंद्र सरकार ने घरेलू आपूर्ति बरकरार रखने के साथ ही चावल की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिंबध लगा रखा है. लेकिन, पतंजलि आयुर्वेद को 20 मीट्रिक टन चावल निर्यात की मंजूरी सरकार ने दी है. दरअसल, यह मंजूरी इसलिए दी गई है क्योंकि पतंजलि नेपाल के भूकंप प्रभावित पीड़ितों की मदद के लिए यह चावल भेज रहा है, न कि व्यापार के लिए. 

पतंजलि आयुर्वेद को मिली चावल भेजने की अनुमति 

सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद को भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए नेपाल को 20 मीट्रिक टन गैर बासमती चावल दान के रूप में भेजने की अनुमति दे दी है. सरकार ने गैर बासमती सफेद चावल पर लगी निर्यात रोक से पतंजलि आयुर्वेद को छूट प्रदान दी है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को भूकंप पीड़ितों के लिए नेपाल को दान के रूप में 20 मीट्रिक टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात के लिए प्रतिबंध से एक बार छूट दी गई है. 

नेपाल के भूकंप प्रभावितों को मदद चावल 

नेपाल में 6 नवंबर की आधी रात से ठीक पहले 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 153 लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक लोग घायल हो गए थे.पश्चिमी नेपाल के जजरकोट और रुकुम पश्चिम जिलों में भूकंप से लगभग 8,000 संपत्तियों को नुकसान पहुंचा था. नेपाल के भूकंप प्रभावित लोगों को राहत के रूप में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की ओर से भेजे जा रहे चावल को मंजूरी दी गई है. 

घरेलू आपूर्ति के लिए लगा था निर्यात पर प्रतिंबध 

पहले टमाटर फिर प्याज की कीमतों में बेतहाशा तेजी से सबक लेते हुए सरकार ने घरेलू आपूर्ति बेहतर रखने और मांग को पूरा करने के इरादे से 20 जुलाई को गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, कुछ देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए और अनुरोध पर केंद्र सरकार ने निर्यात की अनुमति देते हुए निर्यात लिमिट तय की है. 

ये भी पढ़ें - बैंगन की इन पांच उन्नत किस्मों की करें खेती, 70 दिनों में होगा तैयार, मिलेगा बेहतर मुनाफा

7 देशों में गैर बासमती चावल निर्यात की अनुमति 

अक्टूबर में जारी विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) के सर्कुलर के अनुसार केंद्र सरकार ने नेपाल, कैमरून और मलेशिया सहित सात देशों को 10,34,800 टन गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी है. नेपाल के लिए निर्यात मात्रा 95,000 टन तय की गई है. वहीं, कैमरून के लिए 1,90,000 टन, आइवरी कोस्ट के लिए 1,42,000 टन, गुयाना के लिए 1,42,000 टन, मलेशिया के लिए 1,70,000 टन, फिलीपींस के लिए 2,95,000 टन और सेशेल्स के लिए 800 टन चावल निर्यात मात्रा तय की गई है. 

 

MORE NEWS

Read more!