शाहबाद मंडी में धान की सरकारी खरीद फिर शुरू, आढ़तियों की हड़ताल से दो दिन थी ठप

शाहबाद मंडी में धान की सरकारी खरीद फिर शुरू, आढ़तियों की हड़ताल से दो दिन थी ठप

हरियाणा के शाहबाद मंडी में नमी की मात्रा कम करने को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के साथ हुए विवाद के बाद आढ़ती हड़ताल पर चले गए थे. शनिवार दोपहर शुरू हुई यह हड़ताल रविवार को प्रशासन और पुलिस की मध्यस्थता में हुई बैठक के बाद समाप्त हुई.

हरियाणा की मंडियों में धान का उठानहरियाणा की मंडियों में धान का उठान
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 29, 2025,
  • Updated Sep 29, 2025, 1:13 PM IST

हरियाणा में धान की खरीद शुरू हो गई है. इस बीच शाहबाद मंडी में नमी की मात्रा कम करने को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के साथ हुए विवाद के बाद आढ़ती हड़ताल पर चले गए थे. आढ़तियों के हड़ताल पर चले जाने से शाहबाद अनाज मंडी में धान की खरीद 24 घंटे से ज़्यादा समय तक ठप रही. दरअसल, शनिवार दोपहर शुरू हुई यह हड़ताल रविवार को प्रशासन और पुलिस की मध्यस्थता में हुई बैठक के बाद समाप्त हुई. यह विवाद बीकेयू (चढूनी) के प्रवक्ता राकेश बैंस और शाहबाद कमीशन एजेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष बिट्टू कालरा के बीच तीखी बहस के बाद पैदा हुआ था.

धान में अधिक नमी की वजह से हुआ विवाद

कमीशन एजेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष बिट्टू कालरा ने बताया कि मंडी में आने वाले धान में नमी का स्तर बहुत ज्यादा था, कुछ मामलों में तो यह 20 प्रतिशत से भी अधिक था, जिसे मिल मालिक बिना कटौती के लेने को तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा कि चावल मिल मालिक नमी के स्तर से खुश नहीं थे और कुछ मामलों में 20 प्रतिशत से ज्यादा नमी होने पर 40 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की मांग की गई थी. मैं चाहता था कि मामला सुलझ जाए, लेकिन मामला बिगड़ गया और मेरे साथ बदसलूकी की गई, जिसके बाद कमीशन एजेंटों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया. हालांकि, अब मामला सुलझ गया है और हमने काम फिर से शुरू कर दिया है.

किसानों ने मनमानी कटौती का किया विरोध

दूसरी ओर, भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि किसानों ने मनमानी कटौती का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि यह तय किया गया है कि 17 प्रतिशत नमी वाले धान पर कोई कटौती नहीं की जाएगी. साथ ही 25 रुपये प्रति क्विंटल की दर से नमी की कटौती की जाएगी. अगर नमी 20 प्रतिशत से ज़्यादा पाई जाती है, तो आढ़ती किसानों से अनुमति लेंगे. ऐसे में हम किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे.

सोमवार सुबह से खरीद फिर से शुरू

मार्केट कमेटी के सचिव कृष्ण कुमार मलिक ने स्पष्ट किया कि नमी की स्वीकार्य सीमा 17 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि अनाज मंडी में आ रहे स्टॉक में 20 प्रतिशत तक नमी थी. कुछ गलतफहमी हुई थी, लेकिन विवाद सुलझ गया है. किसान यूनियन नेताओं, कमीशन एजेंट एसोसिएशन और चावल मिल मालिकों की एक बैठक हुई. सोमवार सुबह से खरीद फिर से शुरू हो जाएगी और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए उठान की गति भी तेज की जाएगी.

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