हरियाणा में धान की खरीद का काम जोर-शोर से जारी है और मंडियों में आवक में भी तेजी आ रही है. यहां के यमुनानगर में धान की खरीद ने नया रिकॉर्ड बनाया है. राज्य में 22 सितंबर से धान खरीद शुरू हुई है. कटाई का काम तेज होने के साथ ही यमुनानगर जिले की मंडियों में धान की आवक भी रफ्तार पकड़ने लगी है. 27 सितंबर तक जिले की सभी 13 अनाज मंडियों में कुल 21,983 मीट्रिक टन ग्रेड-ए धान की खरीद हो चुकी थी.
अखबार द ट्रिब्यून ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से बताया है कि अनुसार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 8,051 मीट्रिक टन, हैफेड ने 6,608 मीट्रिक टन और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन ने 7,323 मीट्रिक टन धान की खरीद की है. मंडियों में लगातार आवक दर्ज की जा रही है — बिलासपुर में 1,402 मीट्रिक टन, छछरौली में 1,764 मीट्रिक टन, गुमथला राव में 363 मीट्रिक टन, जगाधरी में 4,024 मीट्रिक टन, जठलाना में 70 मीट्रिक टन, खरवां में 516 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर में 6,967 मीट्रिक टन, रादौर में 2,625 मीट्रिक टन, रणजीतपुर में 278.5 मीट्रिक टन, रसूलपुर में 1,338 मीट्रिक टन और सढौरा में 2,635 मीट्रिक टन.
किसानों ने बताया कि मौजूदा मौसम कटाई के लिए बिल्कुल अनुकूल है. जठलाना गांव के किसान अनिल कौशिक ने कहा, 'अब मौसम साफ है, इसलिए कटाई का काम तेजी पकड़ रहा है और अनाज मंडियों में धान की आवक बढ़ रही है.' डिप्टी कमिश्नर (डीसी) उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने सरस्वती नगर की अनाज मंडी का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने खरीद व्यवस्था की समीक्षा की और फसल की नमी की जांच की. इसके साथ ही उन्होंने किसानों और आढ़तियों से भी बातचीत की.
डीसी ने बताया, 'जिले की सभी अनाज मंडियों में धान की खरीद शुरू हो गई है. डिसी की मानें तो इस साल वर्ष जिले की मंडियों में लगभग 6 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि 13 अनाज मंडियों में सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं और किसानों से अपील की, 'अपनी धान की फसल केवल सुखाकर ही लाएं ताकि आपको सही समय पर सही दाम मिल सके.' डीसी ने सभी एसडीएम को निर्देश भी दिया कि वे नियमित निरीक्षण करें ताकि खरीद प्रक्रिया सुचारू रहे और किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
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