ईरान से चाय आयात घटाए जाने पर भारतीय उत्पादक मुश्किल में, भारत में खपत नहीं होने से स्टॉक खराब होने का डर 

ईरान से चाय आयात घटाए जाने पर भारतीय उत्पादक मुश्किल में, भारत में खपत नहीं होने से स्टॉक खराब होने का डर 

भारतीय चाय उत्पादकों से बड़े पैमाने पर चाय खरीदने वाले इस्लामिक देश ईरान ने आयात घटा दिया है. ईरान जाने वाली चाय की भारत में खपत नहीं होने से स्टॉक खराब होने के साथ ही कीमत निकलने के संकट ने उत्पादकों को चिंता में डाल दिया है.

ईरान से चाय आयात घटाए जाने पर भारतीय उत्पादक मुश्किल में.ईरान से चाय आयात घटाए जाने पर भारतीय उत्पादक मुश्किल में.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 07, 2024,
  • Updated Feb 07, 2024, 12:14 PM IST

भारतीय चाय उत्पादकों से बड़े पैमाने पर चाय खरीदने वाले इस्लामिक देश ईरान ने आयात घटा दिया है. बीते साल की तुलना में 62 फीसदी चाय का आयात घटाए जाने से भारतीय चाय उत्पादकों की मुश्किल बढ़ गई है. ईरान जाने वाली चाय की भारत में खपत नहीं होने से स्टॉक खराब होने के साथ ही कीमत निकलने के संकट ने उत्पादकों को चिंता में डाल दिया है. चाय ट्रेडर्स और उत्पादकों ने भारत सरकार से ईरान, रसियन फेडरेशन और यूरोपीय खरीददारों से बात करने की अपील की है. 

ईरान ने 10 महीने में 62 फीसदी चाय खरीद घटाई 

ईरान कस्टम एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरानी कैलेंडर वर्ष के पहले 10 महीनों यानी 21 मार्च 2023 से 20 जनवरी 2024 के दौरान ईरान के चाय आयात वैल्यू में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत की गिरावट आई है. भारत से निर्यात होने वाली कुल चाय में ईरान के बाजार की हिस्सेदारी लगभग 21 प्रतिशत है. ईरान की ओर से चाय खरीदने में आई गिरावट और भुगतान संकट के कारण भारतीय निर्यातकों को मुश्किल में डाल दिया है. 

ईरान जाने वाली चाय की खपत भारत में नहीं होने से चिंता बढ़ी

साउथ इंडिया टी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शाह ने कहा कि चाय शिपमेंट में गिरावट के कारण निर्यातकों के पास ईरान की पसंद वाले कुछ निश्चित ग्रेड के पारंपरिक चाय ग्रेड के भरपूर स्टॉक हैं, जिनकी भारतीय घरेलू बाजार में खपत नहीं होती है. बिजनेसलाइन की  रिपोर्ट के अनुसार कीटनाशकों से संबंधित मुद्दों के कारण यूरोप में निर्यात की मात्रा में भी कमी आई है. यह स्थितियां भारतीय चाय उत्पादकों के लिए मुश्किल पैदा कर रही हैं. हालांकि, इराक, ट्यूनीशिया, रूस जैसे अन्य देशों के लिए निर्यात अच्छा चल रहा है.

रसियन फेडरेशन ने भी आयात घटाया 

निर्यात बाजार में ऑर्थोडॉक्स चाय की कीमत 150 से 200 रुपये के बीच बेहतर है, जबकि सीटीसी ग्रेड की कीमत 90 से 95 रुपये है. कम खपत के चलते जनवरी-अक्टूबर 2023 के दौरान भारतीय चाय का निर्यात 3.06 मिलियन किलोग्राम था, जो 182.69 मिलियन किलोग्राम कम था. मुख्य रूप से ईरान जैसे कुछ प्रमुख खरीदार देशों की ओर से चाय के सेवन में कमी किए जाने से आयात में गिरावट दर्ज की गई. ईरान को निर्यात होने वाली चाय 15.7 मिलियन किलोग्राम कम हो गई. इसी तरह रसियन फेडरेशन ने 5.51 मिलियन किलोग्राम कम आयात किया और संयुक्त अरब अमीरात के आयात में 4.5 मिलियन किलोग्राम की गिरावट देखी गई. हालांकि, इराक को निर्यात में 16.8 मिलियन किलोग्राम और तुर्की को 4.27 मिलियन किलोग्राम के निर्यात में सुधार देखा गया. 

दक्षिण भारत का निर्यात 50 से घटकर 36 फीसदी हुआ 

जनवरी- अक्टूबर 2023 के दौरान दक्षिण भारतीय निर्यात मौजूदा अवधि के दौरान 2.2 मिलियन किलोग्राम से कुछ अधिक था. यह क्षेत्र भारत के उत्पादन का लगभग 50 प्रतिशत और कुल भारतीय निर्यात का 50 प्रतिशत एक्सपोर्ट करता था, जो अब घटकर 36 प्रतिशत रह गया है.

विदेशी खरीदारों से बातचीत करे भारत सरकार 

ट्रेडर्स ने व्यापार मार्गों को सुरक्षित करने और बाजार पहुंच को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार और विदेशी सरकारों के बीच बढ़ती भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया. नए बाजार अवसरों को खोलने के लिए ईरान और सऊदी अरब जैसे प्रमुख निर्यात स्थलों और अन्य देशों के साथ सरकारी स्तर की बातचीत में व्यापार चिंताओं को उठाने और उन्हें दूर करने का सुझाव दिया है. 

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