Tips: अमरूद के फल और पेड़ में लग रहा कीड़ा-हो रहा है नुकसान, इस आसान विधि से आज ही करें इसका इलाज

Tips: अमरूद के फल और पेड़ में लग रहा कीड़ा-हो रहा है नुकसान, इस आसान विधि से आज ही करें इसका इलाज

अमरूद के पेड़ और फलों में लग रहे कीड़ों से परेशान हैं? जानिए सेमीलूपर इल्ली, स्केल कीट और मिली बग से अमरूद की फसल को बचाने के आसान घरेलू और जैविक उपाय. नीम तेल और फलों को ढकने की विधि से करें सुरक्षित खेती.

अमरूद की खेती में इन बातों का रखें ध्यानअमरूद की खेती में इन बातों का रखें ध्यान
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Nov 13, 2025,
  • Updated Nov 13, 2025, 10:55 AM IST

अमरूद (Guava) एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है जिसकी खेती भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है. बारिश का मौसम अमरूद की खेती (Guava Farming) के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. लेकिन कई बार पौधों में कीटों का हमला होने से किसान भाइयों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. अगर समय पर इसका उपचार न किया जाए, तो यह पूरी फसल को प्रभावित कर सकता है. आइए जानते हैं अमरूद (Guava) के प्रमुख कीट और उनसे बचाव के आसान उपाय.

सेमीलूपर इल्ली और बचाव

सेमीलूपर इल्ली अमरूद (Guava) की पत्तियों को खाकर पौधों को कमजोर कर देती है. इससे पौधे की बढ़वार रुक जाती है.

इलाज:

  • 5 ml नीम का तेल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
  • किसान चाहें तो बैक्टीरिया आधारित जैविक कीटनाशक (Biological Insecticide) का भी उपयोग कर सकते हैं.
  • इससे पौधे स्वस्थ रहेंगे और उत्पादन में कमी नहीं आएगी.

स्केल कीट और बचाव

स्केल कीट अमरूद (Guava) के पौधों की पत्तियों और शाखाओं का रस चूस लेते हैं, जिससे पौधे का विकास रुक जाता है.

इलाज:

  • प्रभावित शाखाओं और पत्तियों को काटकर नष्ट करें.
  • इसके बाद 2 मिली डाइमेथोएट 30 EC को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
  • समय-समय पर पौधों की जांच करते रहें ताकि कीट दोबारा न लगें.

मिली बग और बचाव

मिली बग सफेद कॉटन जैसे दिखाई देते हैं और पौधों का रस चूसकर उन्हें सुखा देते हैं. इससे पत्तियां पीली होकर झड़ जाती हैं.

इलाज:

  • सबसे पहले प्रभावित हिस्सों को काटकर अलग कर दें.
  • 4 लीटर पानी में 2-4 चम्मच नींबू का तेल (Lemon Oil) मिलाकर छिड़कें.
  • आवश्यकता अनुसार जैविक या रासायनिक कीटनाशक का उपयोग करें.
  • छिड़काव करते समय हमेशा निर्देशों का पालन करें.

अमरूद के फलों में कीड़े लगने से बचाव के उपाय

फल को ढकना (Fruit Bagging)

  • जब फल छोटे हों, तभी उन पर पेपर बैग, कपड़े की थैली या नेट बैग चढ़ा दें.
  • इससे फल मक्खी और अन्य कीट अंडे नहीं दे पाते.
  • यह तरीका जैविक खेती में सबसे सुरक्षित और प्रभावी है.

नीम का छिड़काव (Neem Spray)

  • नीम का तेल 5 ml प्रति लीटर पानी में मिलाकर 7-10 दिन के अंतराल पर छिड़कें.
  • यह एक जैविक कीटनाशक है और फल खाने योग्य बना रहता है.

कीट-आकर्षक ट्रैप लगाएं (Fruit Fly Trap)

  • बाजार में मिलने वाले मिथाइल युगेनॉल (Methyl eugenol) ट्रैप लगाएं.
  • या खुद बनाएं: एक प्लास्टिक बोतल में गुड़ या चीनी का घोल डालें और ढक्कन में छेद करें.
  • मक्खियां अंदर जाकर फंस जाती हैं और फसल सुरक्षित रहती है.

फलों की समय पर तुड़ाई करें (Timely Harvesting)

  • जब फल हल्के पीले दिखने लगें तो उन्हें तोड़ लें.
  • ज्यादा देर पेड़ पर लगे रहने से कीटों का हमला बढ़ जाता है.

गिरे हुए फलों को हटाएं

पेड़ के नीचे गिरे फलों को तुरंत उठाकर नष्ट करें, क्योंकि ये कीटों की शरण बन जाते हैं. अगर फलों में फफूंद के कारण कीड़े लग रहे हों तो बोर्डो मिक्सचर (Bordeaux Mixture) का हल्का छिड़काव करें.

 लहसुन + मिर्च + नीम स्प्रे (घरेलू जैविक नुस्खा)

  • 10-12 लहसुन की कलियाँ, 4-5 हरी मिर्च और मुट्ठी भर नीम की पत्तियाँ पीसें.
  • इसे 1 लीटर पानी में मिलाकर 24 घंटे रखें.
  • छानकर छिड़काव करें. यह कीटों को भगाने में बेहद असरदार होता है.

अमरूद की फसल में कीट लगने पर तुरंत पहचान और सही उपाय करना बेहद जरूरी है. नीम तेल, घरेलू जैविक नुस्खे और कीट ट्रैप जैसे उपाय अपनाकर किसान भाई अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं. नियमित निगरानी और समय पर छिड़काव से आप अमरूद की उपज और गुणवत्ता दोनों में सुधार ला सकते हैं.

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