
नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना में गड़बड़ी के बाद अब महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्र में गोलमाल का एक और केस सामने आया है. कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा है कि कीटनाशकों एवं अन्य कृषि सामग्रियों के स्टॉक में हेराफेरी के मामलों को स्थाई रूप से रोकने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. उनका यह बयान अकोला जिले में निगम के संभागीय कार्यालय में कार्यरत वाशिमकर नामक स्टोर कीपर के पास 38 बैग कीटनाशक मिलने के बाद आया है. वो नागपुर में चल रहे महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
मुंडे ने कहा कि महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास निगम के माध्यम से सरकार किसानों को लाभ पहुंचाना चाहती है. अकोला जिले में कीटनाशक हेराफेरी मामले में आरोपी भंडारपाल को निलंबित किया गया है. पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. विभागीय जांच जारी है. सरकार ने कहा कि गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी सरकार को धोखा देकर किसानों के लिए उपलब्ध कराई गई सामग्री का गबन कर रहा है तो सरकार ऐसे अधिकारी या कर्मचारी को दंडित करेगी. ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सदन में ए. प्रवीण दरेकर और ए. भाई जगताप ने मांग की कि इस संबंध में कार्रवाई शीघ्रता से पूरी की जाए. साथ ही यह भी जांच की जाए कि संबंधित कर्मचारी ने पहले भी ऐसे अपराध किए हैं या नहीं. दोषियों को कानूनी रूप से दंडित किया जाएगा.
महाराष्ट्र की एक अन्य योजना नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना में भी गड़बड़ी सामने आ चुकी है. गलत तरीके से सब्सिडी लेने का मामला सामने आया है. यह मामला भी अकोला जिले का ही है. अकोला जिले में नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी परियोजना के तहत उपकरणों और ट्रैक्टरों के वितरण में गड़बड़ी सामने आई है. राज्य सरकार ने औजार बैंक घोटाले की गहन जांच का भरोसा दिलवाया है. इसी जिले में कीटनाशकों की हेराफेरी का भी मामला सामने आ गया है. सरकार ने सदन में आरोपियों पर एक्शन लेने का भरोसा दिलाया है.
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