देश के कई हिस्सों में तापमान बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही ठंडे और कई तरह के हेल्दी ड्रिंक् स की मांग भी बढ़ती जा रही है. इसका सीधा असर कच्चे नारियल की कीमतों पर भी नजर आ रहा है. कच्चे नारियल की कीमतों में भारी उछाल आया है और यह 65 से 70 रुपये तक में बिक रहा है. विशेषज्ञों ने चेताया है कि साल के अंत तक इसकी कीमत 100 रुपये को पार कर सकती है. बढ़ती मांग के साथ ही कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में इस बार नारियल की फसल पर भी खासा असर पड़ा है. कीमतों के बढ़ने की एक वजह यह भी बताई जा रही है.
पांरपरिक तौर पर कोस्टल कर्नाटक क्षेत्र में तमिलनाडु, केरल, मांड्या और तुमकुरु से नारियल की सप्लाई की जाती रही है. हालांकि, महाराष्ट्र और नई दिल्ली में बढ़ती मांग की वजह से तटीय कर्नाटक में सप्लाई में खासतौर पर गिरावट देखी गई है. इससे ट्रेडर्स के लिए स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए जरूरी मात्रा में नारियल खरीदना मुश्किल हो गया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक नारियल 100 रुपये में बिक रहा है. औसतन, दक्षिणी राज्यों से दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में प्रतिदिन 3 लाख से ज्यादा नारियल की सप्लाई की जाती है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके. इस बीच, नारियल की कीमत 65-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. जबकि खोपरा की कीमत 750 रुपये से बढ़कर 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. यहां तक कि फेंके गए नारियल के छिलके भी मांग में हैं. ये छिलके गांवों से व्यापारी इकट्ठा करते हैं. इन्हें भी 30 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा है.
कई राज्यों में कच्चे नारियल, नारियल और खोपरे की कीमत में काफी अंतर है. नई दिल्ली में कच्चे नारियल 90 रुपये से 100 रुपये प्रति किलोग्राम में बेचे जा रहे हैं. जबकि नारियल की कीमत करीब 80 रुपये प्रति किलोग्राम और खोपरा की कीमत 800 रुपये प्रति किलोग्राम है. कर्नाटक में, कच्चे नारियल 45 से 65 रुपये, नारियल 75 रुपये प्रति किलोग्राम और खोपरा 750 रुपये प्रति किलो में मौजूद है. इसी तरह से तमिलनाडु में कच्चे नारियल की कीमत 50 रुपये से 55 रुपये, नारियल 60 रुपये प्रति किलोग्राम और खोपरा 700 रुपये प्रति किलोग्राम है. केरल में कच्चा नारियल 50 रुपये से 55 रुपये के बीच हैं. वहीं नारियल की कीमत 74 रुपये प्रति किलोग्राम है. जबकि खोपरा 750 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है.
नारियल उत्पादक संगठन के एक सलाहकार की मानें तो दिल्ली, महाराष्ट्र और बेंगलुरु जैसे शहरों में आइसक्रीम और चॉकलेट जैसे नारियल बेस्ड प्रॉडक्ट्स काफी लोकप्रिय हो गए हैं. इसकी वजह से कच्चे नारियल और नारियल दोनों की मांग में उछाल आया है. पिछले दो सालों में नारियल से बने सब-प्रॉडक्ट्स जैसे आइसक्रीम और चॉकलेट के उत्पादन में 40 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. वहीं नारियल की पैदावार में सामान्य गिरावट देखी गई है. इसके अलावा, शुद्ध नारियल तेल की मांग बढ़ रही है जिससे कीमतें और बढ़ती जा रही हैं. भीषण गर्मी के कारण भी नारियल के दामों में उछाल आया है.
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