Cotton Procurement: CCI ने MSP पर 50 लाख गांठ कपास खरीदी, खरीद पिछले साल से 60% ज्यादा

Cotton Procurement: CCI ने MSP पर 50 लाख गांठ कपास खरीदी, खरीद पिछले साल से 60% ज्यादा

तेलंगाना और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा खरीद, CCI की तेज और अधिक खरीद से कपास कीमतों में आई मजबूती, उत्पादन अनुमान घटा.

कपास का सही दामकपास का सही दाम
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Dec 25, 2025,
  • Updated Dec 25, 2025, 11:30 AM IST

सरकारी कंपनी कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने मौजूदा 2025-26 सीजन में अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फाइबर फसल कपास की लगभग 50 लाख गांठें खरीदी हैं. इस सीजन में अब तक MSP पर की गई खरीदारी पिछले साल दिसंबर के मध्य तक खरीदी गई 31 लाख गांठों से लगभग 60 प्रतिशत ज्यादा है.

CCI के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ललित कुमार गुप्ता ने 'बिजनेसलाइन' से कहा, "हमने 118 लाख गांठों की आवक में से लगभग 50 लाख गांठें खरीदी हैं. अब रोजाना की खरीद 2 लाख गांठों से ज्यादा हो गई है."

CCI के अनुसार, 19 दिसंबर तक कच्चे कपास की कुल खरीद 230.23 लाख क्विंटल थी, जिसकी कीमत 18,238 करोड़ रुपये थी. इनमें से ज्यादातर खरीद तेलंगाना और महाराष्ट्र में हुई है. तेलंगाना में, लगभग 93.87 लाख क्विंटल कपास खरीदा गया है, जिसकी कीमत 7,445 करोड़ रुपये है, जबकि महाराष्ट्र में CCI ने लगभग 47.69 लाख क्विंटल कपास खरीदा है, जिसकी कीमत 3,779 करोड़ रुपये है.

किस राज्य में कितनी खरीद

कर्नाटक में, CCI ने 1,708 करोड़ रुपये की कीमत का 21.49 लाख क्विंटल कपास खरीदा है, जबकि गुजरात में खरीदी गई मात्रा 1,546 करोड़ रुपये की कीमत का 19.23 लाख क्विंटल थी. आंध्र में, खरीदी गई मात्रा की कीमत 972 करोड़ रुपये है, जबकि राजस्थान में अब तक यह 848 करोड़ रुपये थी. CCI की वेबसाइट पर मौजूद डेटा के अनुसार, हरियाणा में CCI ने 484 करोड़ रुपये का कपास खरीदा है, जबकि ओडिशा में यह 315 करोड़ और पंजाब में 103 करोड़ रुपये था.

CCI के बाजार में दखल से कपास की कीमतों में स्थिरता आई है, जो सीजन की शुरुआत के स्तर से मजबूत हुई हैं, लेकिन अभी भी MSP से नीचे हैं. केंद्र सरकार ने 2025-26 सीजन के लिए मीडियम स्टेपल कपास के लिए 7,710 रुपये प्रति क्विंटल और लॉन्ग स्टेपल कपास के लिए 8,110 रुपये प्रति क्विंटल का MSP घोषित किया है.

कच्चे कपास की कितनी कीमत 

सोर्सिंग एजेंट रामानुज दास बूब ने 'बिजनेसलाइन' से कहा, "अच्छी क्वालिटी के कच्चे कपास की कीमतें, जो सीजन की शुरुआत में 7,200-7,300 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास थीं, अब कर्नाटक के रायचूर में प्राइवेट ट्रेड में 7,800 रुपये के स्तर पर पहुंच गई हैं." इसी तरह, प्रेस्ड कपास की कीमतें 2,000-2,500 रुपये प्रति कैंडी (356 किलो) बढ़कर लगभग 54,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गई हैं. उन्होंने कहा कि किसान CCI को बेचना पसंद कर रहे हैं क्योंकि वे बाजार भाव की तुलना में ज्यादा कीमत दे रहे हैं.

कपास उत्पादन का अनुमान

कम रकबे और खराब मौसम के कारण इस साल कपास की फसल कम हुई है. साथ ही, ज्यादा और बेमौसम बारिश ने लगभग सभी कपास उगाने वाले राज्यों में क्वालिटी पर असर डाला है. कृषि मंत्रालय के पहले अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2025-26 के लिए कपास की फसल पिछले साल के 297.24 लाख गांठों की तुलना में थोड़ी कम 292.15 लाख गांठें (प्रत्येक 170 किलो) होने का अनुमान है. कपास का आयात इस साल के अंत तक ड्यूटी फ्री है.

MORE NEWS

Read more!