कपास रेट में कटौती और छूट से CCI स्टॉक की मांग बढ़ी, दो दिनों में बिक्री में भारी उछाल

कपास रेट में कटौती और छूट से CCI स्टॉक की मांग बढ़ी, दो दिनों में बिक्री में भारी उछाल

सीसीआई के कपास की मांग तेजी से बढ़ी है. सीसीआई ने डिस्काउंट ऑफर शुरू किया है जिससे कपास के दाम में बड़ी गिरावट है. साथ ही, मौसम की मार की वजह से इस बार नई कपास की उपज देर से निकलेगी. इसे देखते हुए मार्केट में सीसीआई के कपास की भारी मांग है.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 03, 2025,
  • Updated Sep 03, 2025, 12:55 PM IST

भारतीय कपास निगम (CCI) की ओर से बेचे जा रहे कपास की मांग बाजार में अधिक देखी जा रही है. इसके पीछे कुछ खास वजह है जिससे कपास की मांग में तेजी है. सीसीआई ने कीमतों में कटौती की है और थोक खरीदारों को छूट देने के फैसला किया है. साथ ही लगातार बारिश के कारण नई कपास फसल की संभावित देरी चलते, पिछले दो दिनों में कपास की बिक्री में भारी उछाल देखा गया है.

CCI ने सितंबर के पहले दो दिनों में 3.5 लाख गांठों (bales) से अधिक कपास बेचा है. जबकि अगस्त महीने भर में सिर्फ 1.24 लाख गांठें ही बिकी थीं. “अधिकतर गांठें स्टॉक के लिए व्यापारियों ने खरीदीं, जबकि मिलों की खरीदारी कम रही क्योंकि मौजूदा समय में अमेरिका से टैरिफ वार की वजह से डिमांड कम है और कीमतें भी गिरी हैं.” यह बात CCI के अध्यक्ष अतुल गणात्रा ने कही.

कपास के फ्लोर प्राइस में 2000 की कटौती

CCI ने 19 अगस्त से अब तक फ्लोर प्राइस में 2,000 रुपये की कटौती की है और सोमवार से 600 रुपये प्रति कैंडी की छूट देना शुरू कर दिया है. “कुल मिलाकर यह कटौती 2,600 रुपये प्रति कैंडी, यानी कुल कीमत का लगभग 5 प्रतिशत बनती है. हमने तर्क दिया था कि CCI की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार की तुलना में काफी अधिक हैं, और यही आयात में वृद्धि का कारण है,” गणात्रा ने बताया.

गणात्रा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतें 50,000 से 53,500 रुपये प्रति कैंडी के बीच हैं और किसी भी भारतीय खरीदार के लिए आयात शुल्क हटाए जाने से अब सस्ता कपास मिल पा रहा है. उन्होंने यह भी कहा, “सितंबर की शुरुआत में CCI के पास जो स्टॉक था, उसमें से 5-6 लाख गांठें बिकीं और बाकी की बिक्री के लिए उन्होंने रेट में और कमी की है. यह छूट योजना 15 सितंबर तक लागू रहेगी.”

सीसीआई ने कपास बिक्री का ऑफर शुरू किया

रामानुज दास, बैंकतल टेक्सटाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर ने कहा कि घरेलू स्पिनर्स और निर्यातकों की खरीदारी में वृद्धि हुई है क्योंकि मिलें अब सस्ते कपास की तलाश कर रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि CCI की बिक्री में वृद्धि की एक वजह यह भी है कि खरीदारों को नई फसल की देरी की आशंका है, जो कि लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम से प्रभावित हो सकती है.

कपास बिक्री के लिए CCI ने एक शानदार ऑफर शुरू किया है. इसे कपास का क्लीयरेंस सेल ऑफर बोला जा रहा है. इस ऑफर में सीसीआई सस्ते रेट पर कपास बेच रहा है. सीसीआई ने कहा है कि साल के अंत में बचा मौजूदा स्टॉक खत्म करने के लिए वह बल्क डिस्काउंट स्कीम लेकर आया है. 

इस डिस्काउंट ऑफर की शुरुआत सोमवार से की गई है. अक्टूबर में कपास का नया सीजन शुरू होने वाला है, उससे पहले सीसीआई डिस्काउंट ऑफर लेकर आया है. इससे सीसीआई की कमाई बढ़ेगी, साथ ही उसे क्लीयरेंस स्टॉक खत्म करने का मौका मिलेगा.

 

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