उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में वर्ष 2023-24 के गन्ना पेराई सत्र में समितियों के माध्यम से 5369 किसानों का 6.53 करोड रुपए का गन्ना भुगतान अनपेड खातों में है. गन्ना चीनी मिल में आपूर्ति करने के बाद इन किसानों का रुपया अनपेड खाते में था जिसे लेकर गन्ना विभाग ने गन्ना पर्यवेक्षक को इन किसानों की तलाश करने के निर्देश दिए. गन्ना विभाग के प्रयास के चलते अब तक जिले के 4568 किसानों का 6.41 करोड रुपए अनपेड गन्ना मूल्य का भुगतान संबंधित किसानों या उसके वारिस के खाते में कर दिया गया है. वहीं जिले के 801 गन्ना किसान ढूंढे से भी नहीं मिल रहे हैं. इन किसानों का 51.59 लाख रुपए भी गन्ना समिति में अनपेड है.
सहारनपुर जनपद गन्ना उत्पादन के क्षेत्र में एक अग्रणी जनपद है. जनपद के 5369 गन्ना किसानों के साल 2023-24 में 6.23 करोड रुपए का भुगतान अनपेड खाते में दर्ज था. शुगर मिल में गन्ना सप्लाई करने के बाद समिति में बैंक खाता गलत दर्ज होने के चलते संबंधित किसान का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं हो पाता है. उनका गन्ना मूल्य समिति के खाते में ही रह जाता है जिसे अनपेड गन्ना मूल्य कहा जाता है. गन्ना विभाग के प्रयास के चलते अब तक जनपद के 4568 किसानों का भुगतान उनके खातों में कर दिया गया है जबकि अभी भी 801 किसानों की तलाश जारी है. यह किसान गन्ना बेचने के बाद से ही गायब है. वहीं इन किसानों का 51.96 लाख रुपए भी गन्ना समितियों में अनपेड है. सहारनपुर के जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि पांच गन्ना विकास समितियों में 801 किसानों का 51.59 लाख रुपए अनपेड है. गन्ना पर्यवेक्षकों को इन किसानों की तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं. अनपेड गन्ना मूल्य की बड़ी वजह समिति में बैंक खाता संख्या गलत होना या किसान की मृत्यु हो जाना भी है.
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गन्ना समिति किसान गन्ना मूल्य
सहारनपुर 543 13.89 लाख
सरसावा 31 3.81
ननौता 159 32
बेहद 50 .65
देवबंद 18 51.96
गन्ना विकास समिति के गन्ना निवेश सेक्टर में गन्ना क्लीनिक खोले जा रहे हैं. इन क्लीनिक की मदद से किसान अपने गन्ने की फसल के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकता है. क्लीनिक में गन्ने में लगने वाले कीट और बीमारियों के बारे में भी किसानों को जानकारी मिलेगी. उप गन्ना आयुक्त ओपी सिंह ने बताया कि मंडल के तीनों जिलों में सभी गन्ना समितियां और चीनी मिलों में यह गन्ना क्लीनिक खोले गए हैं. गन्ना क्लीनिक पर आने वाले किसानों के विवरण के लिए रजिस्टर रखना अनिवार्य है. गन्ना क्लीनिक पर गन्ने की सभी बीमारियों और गन्ने की फसल की वैज्ञानिक तकनीकी से बुवाई गाने के साथ सह-फसली वैज्ञानिक विधि से गन्ना बुवाई , गन्ना की नई-नई प्रजातियों के बारे में भी जानकारी किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी.